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قُلْ مَنْ ذَا الَّذِيْ يَعْصِمُكُمْ مِّنَ اللّٰهِ اِنْ اَرَادَ بِكُمْ سُوْۤءًا اَوْ اَرَادَ بِكُمْ رَحْمَةً ۗوَلَا يَجِدُوْنَ لَهُمْ مِّنْ دُوْنِ اللّٰهِ وَلِيًّا وَّلَا نَصِيْرًا  ( الأحزاب: ١٧ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Who
مَن
कौन है
(is) it that
ذَا
वो जो
(is) it that
ٱلَّذِى
वो जो
(can) protect you
يَعْصِمُكُم
बचाएगा तुम्हें
from
مِّنَ
अल्लाह से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह से
If
إِنْ
अगर
He intends
أَرَادَ
उसने इरादा किया
for you
بِكُمْ
तुम्हारे साथ
any harm
سُوٓءًا
बुराई का
or
أَوْ
या
He intends
أَرَادَ
उसने इरादा किया
for you
بِكُمْ
तुम्हारे साथ
a mercy?"
رَحْمَةًۚ
रहमत का
And not
وَلَا
और नहीं
they will find
يَجِدُونَ
वो पाऐंगे
for them
لَهُم
अपने लिए
besides
مِّن
सिवाए
besides
دُونِ
सिवाए
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
any protector
وَلِيًّا
कोई दोस्त
and not
وَلَا
और ना
any helper
نَصِيرًا
कोई मददगार

Qul man tha allathee ya'simukum mina Allahi in arada bikum sooan aw arada bikum rahmatan wala yajidoona lahum min dooni Allahi waliyyan wala naseeran (al-ʾAḥzāb 33:17)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कहो, 'कहो है जो तुम्हें अल्लाह से बचा सकता है, यदि वह तुम्हारी कोई बुराई चाहे या वह तुम्हारे प्रति दयालुता का इरादा करे (तो कौन है जो उसकी दयालुता को रोक सके)?' वे अल्लाह के अल्लाह के अलावा न अपना कोई निकटवर्ती समर्थक पाएँगे और न (दूर का) सहायक

English Sahih:

Say, "Who is it that can protect you from Allah if He intends for you an ill or intends for you a mercy?" And they will not find for themselves esides Allah any protector or any helper. ([33] Al-Ahzab : 17)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) तुम उनसे कह दो कि अगर खुदा तुम्हारे साथ बुराई का इरादा कर बैठे तो तुम्हें उसके (अज़ाब) से कौन ऐसा है जो बचाए या भलाई ही करना चाहे (तो कौन रोक सकता है) और ये लोग खुदा के सिवा न तो किसी को अपना सरपरस्त पाएँगे और न मद्दगार