Skip to main content

تُرْجِى
आप दूर रखें
مَن
जिसे
تَشَآءُ
आप चाहें
مِنْهُنَّ
उनमें से
وَتُـْٔوِىٓ
और आप जगह दें
إِلَيْكَ
अपने पास
مَن
जिसे
تَشَآءُۖ
आप चाहें
وَمَنِ
और जिसे
ٱبْتَغَيْتَ
तलब करें आप
مِمَّنْ
उनमें से जिसे
عَزَلْتَ
अलग कर दिया हो आपने
فَلَا
तो नहीं
جُنَاحَ
कोई गुनाह
عَلَيْكَۚ
आप पर
ذَٰلِكَ
ये
أَدْنَىٰٓ
क़रीबतर है
أَن
कि
تَقَرَّ
ठंडी हों
أَعْيُنُهُنَّ
आँखें उनकी
وَلَا
और ना
يَحْزَنَّ
वो ग़मगीन हों
وَيَرْضَيْنَ
और वो राज़ी रहें
بِمَآ
उस पर जो
ءَاتَيْتَهُنَّ
दें आप उन्हें
كُلُّهُنَّۚ
सब की सब
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يَعْلَمُ
वो जानता है
مَا
जो
فِى
तुम्हारे दिलों में है
قُلُوبِكُمْۚ
तुम्हारे दिलों में है
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَلِيمًا
बहुत इल्म वाला
حَلِيمًا
ख़ूब हिल्म वाला

Turjee man tashao minhunna watuwee ilayka man tashao wamani ibtaghayta mimman 'azalta fala junaha 'alayka thalika adna an taqarra a'yunuhunna wala yahzanna wayardayna bima ataytahunna kulluhunna waAllahu ya'lamu ma fee quloobikum wakana Allahu 'aleeman haleeman

तुम उनमें से जिसे चाहो अपने से अलग रखो और जिसे चाहो अपने पास रखो, और जिनको तुमने अलग रखा हो, उनमें से किसी के इच्छुक हो तो इसमें तुमपर कोई दोष नहीं, इससे इस बात की अधिक सम्भावना है कि उनकी आँखें ठंड़ी रहें और वे शोकाकुल न हों और जो कुछ तुम उन्हें दो उसपर वे राज़ी रहें। अल्लाह जानता है जो कुछ तुम्हारे दिलों में है। अल्लाह सर्वज्ञ, बहुत सहनशील है

Tafseer (तफ़सीर )

لَّا
नहीं हलाल
يَحِلُّ
नहीं हलाल
لَكَ
आपके लिए
ٱلنِّسَآءُ
औरतें
مِنۢ
बाद उसके
بَعْدُ
बाद उसके
وَلَآ
और ना
أَن
कि
تَبَدَّلَ
आप बदल लें
بِهِنَّ
उनके बदले
مِنْ
कोई और बीवियाँ
أَزْوَٰجٍ
कोई और बीवियाँ
وَلَوْ
और अगरचे
أَعْجَبَكَ
पसंद आए आपको
حُسْنُهُنَّ
हुसन उनका
إِلَّا
मगर
مَا
जिनका
مَلَكَتْ
मालिक है
يَمِينُكَۗ
दायाँ हाथ आपका
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
رَّقِيبًا
ख़ूब निगरान

La yahillu laka alnnisao min ba'du wala an tabaddala bihinna min azwajin walaw a'jabaka husnuhunna illa ma malakat yameenuka wakana Allahu 'ala kulli shayin raqeeban

इसके पश्चात तुम्हारे लिए दूसरी स्त्रियाँ वैध नहीं और न यह कि तुम उनकी जगह दूसरी पत्नियों ले आओ, यद्यपि उनका सौन्दर्य तुम्हें कितना ही भाए। उनकी बात औऱ है जो तुम्हारी लौंडियाँ हो। वास्तव में अल्लाह की स्पष्ट हर चीज़ पर है

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
لَا
ना तुम दाख़िल हो
تَدْخُلُوا۟
ना तुम दाख़िल हो
بُيُوتَ
घरों में
ٱلنَّبِىِّ
नबी के
إِلَّآ
मगर
أَن
ये कि
يُؤْذَنَ
इजाज़त दी जाए
لَكُمْ
तुम्हें
إِلَىٰ
तरफ़ खाने के
طَعَامٍ
तरफ़ खाने के
غَيْرَ
ना
نَٰظِرِينَ
इन्तिज़ार करने वाले हो
إِنَىٰهُ
उसकी तैयारी का
وَلَٰكِنْ
और लेकिन
إِذَا
जब
دُعِيتُمْ
बुलाए जाओ तुम
فَٱدْخُلُوا۟
तो दाख़िल हो जाओ
فَإِذَا
फिर जब
طَعِمْتُمْ
खाना खालो तुम
فَٱنتَشِرُوا۟
तो मुन्तशिर हो जाओ
وَلَا
और ना हो
مُسْتَـْٔنِسِينَ
दिल लगाने वाले
لِحَدِيثٍۚ
बातों के लिए
إِنَّ
बेशक
ذَٰلِكُمْ
ये
كَانَ
है
يُؤْذِى
ईज़ा देता
ٱلنَّبِىَّ
नबी को
فَيَسْتَحْىِۦ
तो वो शर्माते हैं
مِنكُمْۖ
तुम से
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
لَا
नहीं शर्माता
يَسْتَحْىِۦ
नहीं शर्माता
مِنَ
हक़ से
ٱلْحَقِّۚ
हक़ से
وَإِذَا
और जब
سَأَلْتُمُوهُنَّ
सवाल करो तुम उनसे
مَتَٰعًا
किसी चीज़ का
فَسْـَٔلُوهُنَّ
तो सवाल करो उनसे
مِن
पीछे से
وَرَآءِ
पीछे से
حِجَابٍۚ
पर्दे के
ذَٰلِكُمْ
ये बात
أَطْهَرُ
ज़्यादा पाकीज़ा है
لِقُلُوبِكُمْ
तुम्हारे दिलों के लिए
وَقُلُوبِهِنَّۚ
और उनके दिलों के लिए
وَمَا
और नहीं
كَانَ
है (मुनासिब)
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
أَن
कि
تُؤْذُوا۟
तुम ईज़ा दो
رَسُولَ
अल्लाह के रसूल को
ٱللَّهِ
अल्लाह के रसूल को
وَلَآ
और ना
أَن
ये कि
تَنكِحُوٓا۟
तुम निकाह करो
أَزْوَٰجَهُۥ
उनकी बीवियों से
مِنۢ
बाद इसके
بَعْدِهِۦٓ
बाद इसके
أَبَدًاۚ
कभी भी
إِنَّ
बेशक
ذَٰلِكُمْ
ये (बात)
كَانَ
है
عِندَ
नज़दीक
ٱللَّهِ
अल्लाह के
عَظِيمًا
बहुत बड़ी

Ya ayyuha allatheena amanoo la tadkhuloo buyoota alnnabiyyi illa an yuthana lakum ila ta'amin ghayra nathireena inahu walakin itha du'eetum faodkhuloo faitha ta'imtum faintashiroo wala mustaniseena lihadeethin inna thalikum kana yuthee alnnabiyya fayastahyee minkum waAllahu la yastahyee mina alhaqqi waitha saaltumoohunna mata'an faisaloohunna min warai hijabin thalikum atharu liquloobikum waquloobihinna wama kana lakum an tuthoo rasoola Allahi wala an tankihoo azwajahu min ba'dihi abadan inna thalikum kana 'inda Allahi 'atheeman

ऐ ईमान लानेवालो! नबी के घरों में प्रवेश न करो, सिवाय इसके कि कभी तुम्हें खाने पर आने की अनुमति दी जाए। वह भी इस तरह कि उसकी (खाना पकने की) तैयारी की प्रतिक्षा में न रहो। अलबत्ता जब तुम्हें बुलाया जाए तो अन्दर जाओ, और जब तुम खा चुको तो उठकर चले जाओ, बातों में लगे न रहो। निश्चय ही यह हरकत नबी को तकलीफ़ देती है। किन्तु उन्हें तुमसे लज्जा आती है। किन्तु अल्लाह सच्ची बात कहने से लज्जा नहीं करता। और जब तुम उनसे कुछ माँगों तो उनसे परदे के पीछे से माँगो। यह अधिक शुद्धता की बात है तुम्हारे दिलों के लिए और उनके दिलों के लिए भी। तुम्हारे लिए वैध नहीं कि तुम अल्लाह के रसूल को तकलीफ़ पहुँचाओ और न यह कि उसके बाद कभी उसकी पत्नियों से विवाह करो। निश्चय ही अल्लाह की दृष्टि में यह बड़ी गम्भीर बात है

Tafseer (तफ़सीर )

إِن
अगर
تُبْدُوا۟
तुम ज़ाहिर करोगे
شَيْـًٔا
कोई चीज़
أَوْ
या
تُخْفُوهُ
तुम छुपाओगे उसे
فَإِنَّ
तो बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
كَانَ
है
بِكُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ को
عَلِيمًا
ख़ूब जानने वाला

In tubdoo shayan aw tukhfoohu fainna Allaha kana bikulli shayin 'aleeman

तुम चाहे किसी चीज़ को व्यक्त करो या उसे छिपाओ, अल्लाह को तो हर चीज़ का ज्ञान है

Tafseer (तफ़सीर )

لَّا
नहीं कोई गुनाह
جُنَاحَ
नहीं कोई गुनाह
عَلَيْهِنَّ
उन(औरतों)पर
فِىٓ
अपने बापों(के सामने आने)में
ءَابَآئِهِنَّ
अपने बापों(के सामने आने)में
وَلَآ
और ना
أَبْنَآئِهِنَّ
अपने बेटों के
وَلَآ
और ना
إِخْوَٰنِهِنَّ
अपने भाईयों के
وَلَآ
और ना
أَبْنَآءِ
बेटों के
إِخْوَٰنِهِنَّ
अपने भाईयों के
وَلَآ
और ना
أَبْنَآءِ
बेटों के
أَخَوَٰتِهِنَّ
अपनी बहनों के
وَلَا
और ना
نِسَآئِهِنَّ
अपनी औरतों के
وَلَا
और ना
مَا
उनके जो
مَلَكَتْ
मालिक हैं
أَيْمَٰنُهُنَّۗ
दाऐं हाथ उनके
وَٱتَّقِينَ
और डरती रहो
ٱللَّهَۚ
अल्लाह से
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
كَانَ
है
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
شَهِيدًا
ख़ूब गवाह

La junaha 'alayhinna fee abaihinna wala abnaihinna wala ikhwanihinna wala abnai ikhwanihinna wala abnai akhawatihinna wala nisaihinna wala ma malakat aymanuhunna waittaqeena Allaha inna Allaha kana 'ala kulli shayin shaheedan

न उनके लिए अपने बापों के सामने होने में कोई दोष है और न अपने बेटों, न अपने भाइयों, न अपने भतीजों, न अपने भांजो, न अपने मेल की स्त्रियों और न जिनपर उन्हें स्वामित्व का अधिकार प्राप्त हो उनके सामने होने में। अल्लाह का डर रखो, निश्चय ही अल्लाह हर चीज़ का साक्षी है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
وَمَلَٰٓئِكَتَهُۥ
और उसके फ़रिश्ते
يُصَلُّونَ
सलात/दरूद भेजते हैं
عَلَى
नबी पर
ٱلنَّبِىِّۚ
नबी पर
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
صَلُّوا۟
सलात/दरूद भेजो
عَلَيْهِ
आप पर
وَسَلِّمُوا۟
और सलाम भेजो
تَسْلِيمًا
ख़ूब सलाम भेजना

Inna Allaha wamalaikatahu yusalloona 'ala alnnabiyyi ya ayyuha allatheena amanoo salloo 'alayhi wasallimoo tasleeman

निस्संदेह अल्लाह और उसके फ़रिश्ते नबी पर रहमत भेजते है। ऐ ईमान लानेवालो, तुम भी उसपर रहमत भेजो और ख़ूब सलाम भेजो

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जो
يُؤْذُونَ
ईज़ा देते हैं
ٱللَّهَ
अल्लाह को
وَرَسُولَهُۥ
और उसके रसूल को
لَعَنَهُمُ
लानत की उन पर
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
فِى
दुनिया में
ٱلدُّنْيَا
दुनिया में
وَٱلْءَاخِرَةِ
और आख़िरत में
وَأَعَدَّ
और उसने तैयार कर रखा है
لَهُمْ
उनके लिए
عَذَابًا
अज़ाब
مُّهِينًا
रुसवा करने वाला

Inna allatheena yuthoona Allaha warasoolahu la'anahumu Allahu fee alddunya waalakhirati waa'adda lahum 'athaban muheenan

जो लोग अल्लाह और उसके रसूल को दुख पहुँचाते है, अल्लाह ने उनपर दुनिया और आख़िरत में लानत की है और उनके लिए अपमानजनक यातना तैयार कर रखी है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जो
يُؤْذُونَ
ईज़ा देते हैं
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिन मर्दों को
وَٱلْمُؤْمِنَٰتِ
और मोमिन औरतों को
بِغَيْرِ
बग़ैर( किसी गुनाह के)
مَا
जो
ٱكْتَسَبُوا۟
उन्होंने कमाया
فَقَدِ
तो तहक़ीक़
ٱحْتَمَلُوا۟
उन्होंने उठा लिया
بُهْتَٰنًا
बोहतान
وَإِثْمًا
और गुनाह
مُّبِينًا
खुला

Waallatheena yuthoona almumineena waalmuminati bighayri ma iktasaboo faqadi ihtamaloo buhtanan waithman mubeenan

और जो लोग ईमानवाले पुरुषों और ईमानवाली स्त्रियों को, बिना इसके कि उन्होंने कुछ किया हो (आरोप लगाकर), दुख पहुँचाते है, उन्होंने तो बड़े मिथ्यारोपण और प्रत्यक्ष गुनाह का बोझ अपने ऊपर उठा लिया

Tafseer (तफ़सीर )

يَٰٓأَيُّهَا
ٱلنَّبِىُّ
नबी
قُل
कह दीजिए
لِّأَزْوَٰجِكَ
अपनी बीवियों से
وَبَنَاتِكَ
और अपनी बेटियों से
وَنِسَآءِ
और औरतों से
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों की
يُدْنِينَ
कि वो लटका लें
عَلَيْهِنَّ
अपने ऊपर
مِن
अपनी चादरों में से
جَلَٰبِيبِهِنَّۚ
अपनी चादरों में से
ذَٰلِكَ
ये
أَدْنَىٰٓ
क़रीबतर है
أَن
कि
يُعْرَفْنَ
वो पहचान ली जाऐं
فَلَا
फिर ना
يُؤْذَيْنَۗ
वो ईज़ा दी जाऐं
وَكَانَ
और है
ٱللَّهُ
अल्लाह
غَفُورًا
बहुत बख़्शने वाला
رَّحِيمًا
निहायत रहम करने वाला

Ya ayyuha alnnabiyyu qul liazwajika wabanatika wanisai almumineena yudneena 'alayhinna min jalabeebihinna thalika adna an yu'rafna fala yuthayna wakana Allahu ghafooran raheeman

ऐ नबी! अपनी पत्नि यों और अपनी बेटियों और ईमानवाली स्त्रियों से कह दो कि वे अपने ऊपर अपनी चादरों का कुछ हिस्सा लटका लिया करें। इससे इस बात की अधिक सम्भावना है कि वे पहचान ली जाएँ और सताई न जाएँ। अल्लाह बड़ा क्षमाशील, दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

لَّئِن
अलबत्ता अगर
لَّمْ
ना
يَنتَهِ
बाज़ आए
ٱلْمُنَٰفِقُونَ
मुनाफ़िक़
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
فِى
दिलों में उनके
قُلُوبِهِم
दिलों में उनके
مَّرَضٌ
मर्ज़ है
وَٱلْمُرْجِفُونَ
और झूठी ख़बरें उड़ाने वाले
فِى
मदीने में
ٱلْمَدِينَةِ
मदीने में
لَنُغْرِيَنَّكَ
अलबत्ता हम ज़रूर मुसल्लत कर देंगे आपको
بِهِمْ
उन पर
ثُمَّ
फिर
لَا
ना वो हमसाए रहेंगे आपके
يُجَاوِرُونَكَ
ना वो हमसाए रहेंगे आपके
فِيهَآ
उसमें
إِلَّا
मगर
قَلِيلًا
बहुत थोड़ा

Lain lam yantahi almunafiqoona waallatheena fee quloobihim maradun waalmurjifoona fee almadeenati lanughriyannaka bihim thumma la yujawiroonaka feeha illa qaleelan

यदि कपटाचारी और वे लोग जिनके दिलों में रोग है और मदीना में खलबली पैदा करनेवाली अफ़वाहें फैलाने से बाज़ न आएँ तो हम तुम्हें उनके विरुद्ध उभार खड़ा करेंगे। फिर वे उसमें तुम्हारे साथ थोड़ा ही रहने पाएँगे,

Tafseer (तफ़सीर )