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وَمِنَ النَّاسِ مَنْ يَّشْتَرِيْ لَهْوَ الْحَدِيْثِ لِيُضِلَّ عَنْ سَبِيْلِ اللّٰهِ بِغَيْرِ عِلْمٍۖ وَّيَتَّخِذَهَا هُزُوًاۗ اُولٰۤىِٕكَ لَهُمْ عَذَابٌ مُّهِيْنٌ  ( لقمان: ٦ )

And of
وَمِنَ
और लोगों में से कोई है
the mankind
ٱلنَّاسِ
और लोगों में से कोई है
(is he) who
مَن
जो
purchases
يَشْتَرِى
ख़रीदता है
idle tales
لَهْوَ
खेल तमाशा (वाली)
idle tales
ٱلْحَدِيثِ
बात
to mislead
لِيُضِلَّ
ताकि वो भटकाए
from
عَن
अल्लाह के रास्ते से
(the) path
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते से
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते से
without
بِغَيْرِ
बग़ैर
knowledge
عِلْمٍ
इल्म के
and takes it
وَيَتَّخِذَهَا
और वो बनाता है उसे
(in) ridicule
هُزُوًاۚ
मज़ाक़
Those
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
for them
لَهُمْ
उनके लिए
(is) a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब है
humiliating
مُّهِينٌ
ज़लील करने वाला

Wamina alnnasi man yashtaree lahwa alhadeethi liyudilla 'an sabeeli Allahi bighayri 'ilmin wayattakhithaha huzuwan olaika lahum 'athabun muheenun (Luq̈mān 31:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

लोगों में से कोई ऐसा भी है जो दिल को लुभानेवाली बातों का ख़रीदार बनता है, ताकि बिना किसी ज्ञान के अल्लाह के मार्ग से (दूसरों को) भटकाए और उनका परिहास करे। वही है जिनके लिए अपमानजनक यातना है

English Sahih:

And of the people is he who buys the amusement of speech to mislead [others] from the way of Allah without knowledge and who takes it [i.e., His way] in ridicule. Those will have a humiliating punishment. ([31] Luqman : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और लोगों में बाज़ (नज़र बिन हारिस) ऐसा है जो बेहूदा क़िस्से (कहानियाँ) ख़रीदता है ताकि बग़ैर समझे बूझे (लोगों को) ख़ुदा की (सीधी) राह से भड़का दे और आयातें ख़ुदा से मसख़रापन करे ऐसे ही लोगों के लिए बड़ा रुसवा करने वाला अज़ाब है