وَمَنْ كَفَرَ فَلَا يَحْزُنْكَ كُفْرُهٗۗ اِلَيْنَا مَرْجِعُهُمْ فَنُنَبِّئُهُمْ بِمَا عَمِلُوْاۗ اِنَّ اللّٰهَ عَلِيْمٌۢ بِذَاتِ الصُّدُوْرِ ( لقمان: ٢٣ )
And whoever
وَمَن
और जिसने
disbelieves
كَفَرَ
कुफ़्र किया
let not
فَلَا
पस ना
grieve you
يَحْزُنكَ
ग़मगीन करे आपको
his disbelief
كُفْرُهُۥٓۚ
कुफ़्र उसका
To Us
إِلَيْنَا
तरफ़ हमारे ही
(is) their return
مَرْجِعُهُمْ
लौटना है उनका
then We will inform them
فَنُنَبِّئُهُم
फिर हम बताऐंगे उन्हें
of what
بِمَا
वो जो
they did
عَمِلُوٓا۟ۚ
उन्होंने अमल किए
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) the All-Knower
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
of what
بِذَاتِ
सीनों के (भेद)
(is in) the breasts
ٱلصُّدُورِ
सीनों के (भेद)
Waman kafara fala yahzunka kufruhu ilayna marji'uhum fanunabbiohum bima 'amiloo inna Allaha 'aleemun bithati alssudoori (Luq̈mān 31:23)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जिस किसी ने इनकार किया तो उसका इनकार तुम्हें शोकाकुल न करे। हमारी ही ओर तो उन्हें पलटकर आना है। फिर जो कुछ वे करते रहे होंगे, उससे हम उन्हें अवगत करा देंगे। निस्संदेह अल्लाह सीनों की बात तक जानता है
English Sahih:
And whoever has disbelieved – let not his disbelief grieve you. To Us is their return, and We will inform them of what they did. Indeed, Allah is Knowing of that within the breasts. ([31] Luqman : 23)