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بِنَصْرِ اللّٰهِ ۗيَنْصُرُ مَنْ يَّشَاۤءُۗ وَهُوَ الْعَزِيْزُ الرَّحِيْمُ  ( الروم: ٥ )

With (the) help
بِنَصْرِ
मदद से
(of) Allah
ٱللَّهِۚ
अल्लाह की
He helps
يَنصُرُ
वो मदद करता है
whom
مَن
जिसकी
He wills
يَشَآءُۖ
वो चाहता है
And He
وَهُوَ
और वो
(is) the All-Mighty
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त है
the Most Merciful
ٱلرَّحِيمُ
बहुत रहम करने वाला है

Binasri Allahi yansuru man yashao wahuwa al'azeezu alrraheemu (ar-Rūm 30:5)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह जिसकी चाहता है, सहायता करता है। वह अत्यन्त प्रभुत्वशाली, दयावान है

English Sahih:

In the victory of Allah. He gives victory to whom He wills, and He is the Exalted in Might, the Merciful. ([30] Ar-Rum : 5)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वह जिसकी चाहता है मदद करता है और वह (सब पर) ग़ालिब रहम करने वाला है