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وَلَقَدْ اَرْسَلْنَا مِنْ قَبْلِكَ رُسُلًا اِلٰى قَوْمِهِمْ فَجَاۤءُوْهُمْ بِالْبَيِّنٰتِ فَانْتَقَمْنَا مِنَ الَّذِيْنَ اَجْرَمُوْاۗ وَكَانَ حَقًّاۖ عَلَيْنَا نَصْرُ الْمُؤْمِنِيْنَ  ( الروم: ٤٧ )

And verily
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक
We sent
أَرْسَلْنَا
भेजा हमने
before you
مِن
आपसे पहले
before you
قَبْلِكَ
आपसे पहले
Messengers
رُسُلًا
कई रसूलों क
to
إِلَىٰ
तरफ़ उनकी क़ौम के
their people
قَوْمِهِمْ
तरफ़ उनकी क़ौम के
and they came to them
فَجَآءُوهُم
तो वो लाए उनके पास
with clear proofs
بِٱلْبَيِّنَٰتِ
वाज़ेह निशानियाँ
then We took retribution
فَٱنتَقَمْنَا
तो इन्तिक़ाम लिया हमने
from
مِنَ
उनसे जिन्होंने
those who
ٱلَّذِينَ
उनसे जिन्होंने
committed crimes
أَجْرَمُوا۟ۖ
जुर्म किया
And it was
وَكَانَ
और है
incumbent
حَقًّا
हक़
upon Us
عَلَيْنَا
हम पर
(to) help
نَصْرُ
मदद करना
the believers
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों की

Walaqad arsalna min qablika rusulan ila qawmihim fajaoohum bialbayyinati faintaqamna mina allatheena ajramoo wakana haqqan 'alayna nasru almumineena (ar-Rūm 30:47)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हम तुमसे पहले कितने ही रसूलों को उनकी क़ौम की ओर भेज चुके है और वे उनके पास खुली निशानियाँ लेकर आए। फिर हम उन लोगों से बदला लेकर रहे जिन्होंने अपराध किया, और ईमानवालों की सहायता करना तो हमपर एक हक़ है

English Sahih:

And We have already sent messengers before you to their peoples, and they came to them with clear evidences; then We took retribution from those who committed crimes, and incumbent upon Us was support of the believers. ([30] Ar-Rum : 47)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

औ (ऐ रसूल) हमने तुमसे पहले और भी बहुत से पैग़म्बर उनकी क़ौमों के पास भेजे तो वह पैग़म्बर वाज़ेए व रौशन लेकर आए (मगर उन लोगों ने न माना) तो उन मुजरिमों से हमने (खूब) बदला लिया और हम पर तो मोमिनीन की मदद करना लाज़िम था ही