فَاَقِمْ وَجْهَكَ لِلدِّيْنِ الْقَيِّمِ مِنْ قَبْلِ اَنْ يَّأْتِيَ يَوْمٌ لَّا مَرَدَّ لَهٗ مِنَ اللّٰهِ يَوْمَىِٕذٍ يَّصَّدَّعُوْنَ ( الروم: ٤٣ )
So set
فَأَقِمْ
तो क़ायम रखिए
your face
وَجْهَكَ
चेहरा अपना
to the religion
لِلدِّينِ
दुरुस्त दीन के लिए
right
ٱلْقَيِّمِ
दुरुस्त दीन के लिए
before
مِن
इससे पहले
before
قَبْلِ
इससे पहले
[that]
أَن
कि
comes
يَأْتِىَ
आ जाए
a Day
يَوْمٌ
वो दिन
not
لَّا
नहीं कोई टलना
(can be) averted
مَرَدَّ
नहीं कोई टलना
[it]
لَهُۥ
उसके लिए
from
مِنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِۖ
अल्लाह की तरफ़ से
That Day
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
they will be divided
يَصَّدَّعُونَ
वो जुदा-जुदा हो जाऐंगे
Faaqim wajhaka lilddeeni alqayyimi min qabli an yatiya yawmun la maradda lahu mina Allahi yawmaithin yassadda'oona (ar-Rūm 30:43)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतः तुम अपना रुख़ सीधे व ठीक धर्म की ओर जमा दो, इससे पहले कि अल्लाह की ओर से वह दिन आ जाए जिसके लिए वापसी नहीं। उस दिन लोग अलग-अलग हो जाएँगे
English Sahih:
So direct your face [i.e., self] toward the correct religion before a Day comes from Allah of which there is no repelling. That Day, they will be divided. ([30] Ar-Rum : 43)