فِيْ بِضْعِ سِنِيْنَ ەۗ لِلّٰهِ الْاَمْرُ مِنْ قَبْلُ وَمِنْۢ بَعْدُ ۗوَيَوْمَىِٕذٍ يَّفْرَحُ الْمُؤْمِنُوْنَۙ ( الروم: ٤ )
Within
فِى
चंद सालों में
a few
بِضْعِ
चंद सालों में
years
سِنِينَۗ
चंद सालों में
For Allah
لِلَّهِ
अल्लाह ही के लिए है
(is) the command
ٱلْأَمْرُ
हुक्म
before
مِن
इससे पहले
before
قَبْلُ
इससे पहले
and after
وَمِنۢ
और इसके बाद
and after
بَعْدُۚ
और इसके बाद
And that day
وَيَوْمَئِذٍ
और उस दिन
will rejoice
يَفْرَحُ
ख़ुश हो जाऐंगे
the believers
ٱلْمُؤْمِنُونَ
मोमिन
Fee bid'i sineena lillahi alamru min qablu wamin ba'du wayawmaithin yafrahu almuminoona (ar-Rūm 30:4)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हुक्म तो अल्लाह ही का है पहले भी और उसके बाद भी। और उस दिन ईमानवाले अल्लाह की सहायता से प्रसन्न होंगे।
English Sahih:
Within three to nine years. To Allah belongs the command [i.e., decree] before and after. And that day the believers will rejoice ([30] Ar-Rum : 4)