هُوَ الَّذِيْ يُصَوِّرُكُمْ فِى الْاَرْحَامِ كَيْفَ يَشَاۤءُ ۗ لَآ اِلٰهَ اِلَّا هُوَ الْعَزِيْزُ الْحَكِيْمُ ( آل عمران: ٦ )
He
هُوَ
वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِى
जो
shapes you
يُصَوِّرُكُمْ
सूरत बनाता है तुम्हारी
in
فِى
रहमों में
the wombs
ٱلْأَرْحَامِ
रहमों में
how(ever)
كَيْفَ
जिस तरह
He wills
يَشَآءُۚ
वो चाहता है
(There is) no
لَآ
नहीं है
god
إِلَٰهَ
कोई इलाह (बरहक़)
except
إِلَّا
मगर
Him
هُوَ
वो ही
the All-Mighty
ٱلْعَزِيزُ
बहुत ज़बरदस्त है
the All-Wise
ٱلْحَكِيمُ
ख़ूब हिकमत वाला है
Huwa allathee yusawwirukum fee alarhami kayfa yashao la ilaha illa huwa al'azeezu alhakeemu (ʾĀl ʿImrān 3:6)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वही हैं जो गर्भाशयों में, जैसा चाहता हैं, तुम्हारा रूप देता हैं। उस प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी के अतिरिक्त कोई पूज्य-प्रभु नहीं
English Sahih:
It is He who forms you in the wombs however He wills. There is no deity except Him, the Exalted in Might, the Wise. ([3] Ali 'Imran : 6)