هُنَالِكَ دَعَا زَكَرِيَّا رَبَّهٗ ۚ قَالَ رَبِّ هَبْ لِيْ مِنْ لَّدُنْكَ ذُرِّيَّةً طَيِّبَةً ۚ اِنَّكَ سَمِيْعُ الدُّعَاۤءِ ( آل عمران: ٣٨ )
There only
هُنَالِكَ
उसी जगह/वक़्त
invoked
دَعَا
दुआ माँगी
Zakariya
زَكَرِيَّا
ज़करिया ने
his Lord
رَبَّهُۥۖ
अपने रब से
he said
قَالَ
कहा
"My Lord
رَبِّ
ऐ मेरे रब
grant
هَبْ
अता कर
[for] me
لِى
मुझे
from
مِن
अपने पास से
Yourself
لَّدُنكَ
अपने पास से
offspring
ذُرِّيَّةً
औलाद
pure
طَيِّبَةًۖ
पाकीज़ा
Indeed, You
إِنَّكَ
बेशक तू
(are) All-Hearer
سَمِيعُ
ख़ूब सुनने वाला है
(of) the prayer
ٱلدُّعَآءِ
दुआ का
Hunalika da'a zakariyya rabbahu qala rabbi hab lee min ladunka thurriyyatan tayyibatan innaka samee'u alddu'ai (ʾĀl ʿImrān 3:38)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वही ज़करिया ने अपने रब को पुकारा, कहा, 'मेरे रब! मुझे तू अपने पास से अच्छी सन्तान (अनुयायी) प्रदान कर। तू ही प्रार्थना का सुननेवाला है।'
English Sahih:
At that, Zechariah called upon his Lord, saying, "My Lord, grant me from Yourself a good offspring. Indeed, You are the Hearer of supplication." ([3] Ali 'Imran : 38)