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نَزَّلَ عَلَيْكَ الْكِتٰبَ بِالْحَقِّ مُصَدِّقًا لِّمَا بَيْنَ يَدَيْهِ وَاَنْزَلَ التَّوْرٰىةَ وَالْاِنْجِيْلَۙ  ( آل عمران: ٣ )

He revealed
نَزَّلَ
उसने नाज़िल की
to you
عَلَيْكَ
आप पर
the Book
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
in [the] truth
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
confirming
مُصَدِّقًا
तसदीक़ करने वाली है
that which
لِّمَا
उनकी जो
(was)
بَيْنَ
इससे पहले थीं
before it
يَدَيْهِ
इससे पहले थीं
and He revealed
وَأَنزَلَ
और उसने नाज़िल की
the Taurat
ٱلتَّوْرَىٰةَ
तौरात
and the Injeel
وَٱلْإِنجِيلَ
और इन्जील

Nazzala 'alayka alkitaba bialhaqqi musaddiqan lima bayna yadayhi waanzala alttawrata waalinjeela (ʾĀl ʿImrān 3:3)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसने तुमपर हक़ के साथ किताब उतारी जो पहले की (किताबों की) पुष्टि करती हैं, और उसने तौरात और इंजील उतारी

English Sahih:

He has sent down upon you, [O Muhammad], the Book in truth, confirming what was before it. And He revealed the Torah and the Gospel ([3] Ali 'Imran : 3)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) उसी ने तुम पर बरहक़ किताब नाज़िल की जो (आसमानी किताबें पहले से) उसके सामने मौजूद हैं उनकी तसदीक़ करती है और उसी ने उससे पहले लोगों की हिदायत के वास्ते तौरेत व इन्जील नाज़िल की