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۞ يَسْتَبْشِرُوْنَ بِنِعْمَةٍ مِّنَ اللّٰهِ وَفَضْلٍۗ وَاَنَّ اللّٰهَ لَا يُضِيْعُ اَجْرَ الْمُؤْمِنِيْنَ ࣖ   ( آل عمران: ١٧١ )

They receive good tidings
يَسْتَبْشِرُونَ
वो ख़ुश होते हैं
of Favor
بِنِعْمَةٍ
नेअमत पर
from
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
and Bounty
وَفَضْلٍ
और फ़ज़ल पर
and that
وَأَنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(does) not
لَا
नहीं वो ज़ाया करता
let go waste
يُضِيعُ
नहीं वो ज़ाया करता
(the) reward
أَجْرَ
अजर
(of) the believers
ٱلْمُؤْمِنِينَ
ईमान वालों का

Yastabshiroona bini'matin mina Allahi wafadlin waanna Allaha la yudee'u ajra almumineena (ʾĀl ʿImrān 3:171)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे अल्लाह के अनुग्रह और उसकी उदार कृपा से प्रसन्न हो रहे है और इससे कि अल्लाह ईमानवालों का बदला नष्ट नहीं करता

English Sahih:

They receive good tidings of favor from Allah and bounty and [of the fact] that Allah does not allow the reward of believers to be lost – ([3] Ali 'Imran : 171)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ख़ुदा नेअमत और उसके फ़ज़ल (व करम) और इस बात की ख़ुशख़बरी पाकर कि ख़ुदा मोमिनीन के सवाब को बरबाद नहीं करता