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قُلْ لِّلَّذِيْنَ كَفَرُوْا سَتُغْلَبُوْنَ وَتُحْشَرُوْنَ اِلٰى جَهَنَّمَ ۗ وَبِئْسَ الْمِهَادُ  ( آل عمران: ١٢ )

Say
قُل
कह दीजिए
to those who
لِّلَّذِينَ
उनको जिन्होंने
disbelieve[d]
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
"You will be overcome
سَتُغْلَبُونَ
अनक़रीब तुम मग़लूब किए जाओगे
and you will be gathered
وَتُحْشَرُونَ
और तुम इकट्ठे किए जाओगे
to
إِلَىٰ
तरफ़ जहन्नम के
Hell
جَهَنَّمَۚ
तरफ़ जहन्नम के
[and] an evil
وَبِئْسَ
और कितना बुरा है
[the] resting place
ٱلْمِهَادُ
ठिकाना

Qul lillatheena kafaroo satughlaboona watuhsharoona ila jahannama wabisa almihadu (ʾĀl ʿImrān 3:12)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इनकार करनेवालों से कह दो, 'शीघ्र ही तुम पराभूत होगे और जहन्नम की ओर हाँके जाओगं। और वह क्या ही बुरा ठिकाना है।'

English Sahih:

Say to those who disbelieve, "You will be overcome and gathered together to Hell, and wretched is the resting place." ([3] Ali 'Imran : 12)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) जिन लोगों ने कुफ़्र इख्तेयार किया उनसे कह दो कि बहुत जल्द तुम (मुसलमानो के मुक़ाबले में) मग़लूब (हारे हुए) होंगे और जहन्नुम में इकट्ठे किये जाओगे और वह (क्या) बुरा ठिकाना है