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كَدَأْبِ اٰلِ فِرْعَوْنَۙ وَالَّذِيْنَ مِنْ قَبْلِهِمْۗ كَذَّبُوْا بِاٰيٰتِنَاۚ فَاَخَذَهُمُ اللّٰهُ بِذُنُوْبِهِمْ ۗ وَاللّٰهُ شَدِيْدُ الْعِقَابِ  ( آل عمران: ١١ )

Like behavior
كَدَأْبِ
मानिन्द हालत
(of the) people
ءَالِ
आले फ़िरऔन की
(of) Firaun
فِرْعَوْنَ
आले फ़िरऔन की
and those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
(were) from
مِن
उनसे पहले थे
before them
قَبْلِهِمْۚ
उनसे पहले थे
They denied
كَذَّبُوا۟
उन्होंने झुठलाया
Our Signs
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात को
so seized them
فَأَخَذَهُمُ
तो पकड़ लिया उन्हें
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
for their sins
بِذُنُوبِهِمْۗ
बवजह उनके गुनाहों के
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) severe
شَدِيدُ
सख़्त
(in) [the] punishment
ٱلْعِقَابِ
सज़ा वाला है

Kadabi ali fir'awna waallatheena min qablihim kaththaboo biayatina faakhathahumu Allahu bithunoobihim waAllahu shadeedu al'iqabi (ʾĀl ʿImrān 3:11)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जैसे फ़िरऔन के लोगों और उनसे पहले के लोगों का हाल हुआ। उन्होंने हमारी आयतों को झुठलाया तो अल्लाह ने उन्हें उनके गुनाहों पर पकड़ लिया। और अल्लाह कठोर दंड देनेवाला है

English Sahih:

[Theirs is] like the custom of the people of Pharaoh and those before them. They denied Our signs, so Allah seized them for their sins. And Allah is severe in penalty. ([3] Ali 'Imran : 11)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(उनकी भी) क़ौमे फ़िरऔन और उनसे पहले वालों की सी हालत है कि उन लोगों ने हमारी आयतों को झुठलाया तो खुदा ने उन्हें उनके गुनाहों की पादाश (सज़ा) में ले डाला और ख़ुदा सख्त सज़ा देने वाला है