وَلِلّٰهِ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَمَا فِى الْاَرْضِ ۗوَاِلَى اللّٰهِ تُرْجَعُ الْاُمُوْرُ ࣖ ( آل عمران: ١٠٩ )
And to Allah (belongs)
وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
whatever
مَا
जो कुछ
(is) in
فِى
आसमानों में है
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
and whatever
وَمَا
और जो कुछ
(is) in
فِى
ज़मीन में है
the earth
ٱلْأَرْضِۚ
ज़मीन में है
And to
وَإِلَى
और तरफ़ अल्लाह ही के
Allah
ٱللَّهِ
और तरफ़ अल्लाह ही के
will be returned
تُرْجَعُ
लौटाए जाते हैं
the matters
ٱلْأُمُورُ
सब काम
Walillahi ma fee alssamawati wama fee alardi waila Allahi turja'u alomooru (ʾĀl ʿImrān 3:109)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
आकाशों और धरती मे जो कुछ है अल्लाह ही का है, और सारे मामले अल्लाह ही की ओर लौटाए जाते है
English Sahih:
To Allah belongs whatever is in the heavens and whatever is on the earth. And to Allah will [all] matters be returned. ([3] Ali 'Imran : 109)