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وَٱتَّقُوا۟
और बचो/डरो
ٱلنَّارَ
आग से
ٱلَّتِىٓ
वो जो
أُعِدَّتْ
तैयार की गई है
لِلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों के लिए

Waittaqoo alnnara allatee o'iddat lilkafireena

और उस आग से बचो जो इनकार करनेवालों के लिए तैयार है

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَطِيعُوا۟
और इताअत करो
ٱللَّهَ
अल्लाह की
وَٱلرَّسُولَ
और रसूल की
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
تُرْحَمُونَ
तुम रहम किए जाओ

Waatee'oo Allaha waalrrasoola la'allakum turhamoona

और अल्लाह और रसूल के आज्ञाकारी बनो, ताकि तुमपर दया की जाए

Tafseer (तफ़सीर )

وَسَارِعُوٓا۟
और एक दूसरे से जल्दी करो
إِلَىٰ
तरफ़ बख़्शिश के
مَغْفِرَةٍ
तरफ़ बख़्शिश के
مِّن
अपने रब की तरफ़ से
رَّبِّكُمْ
अपने रब की तरफ़ से
وَجَنَّةٍ
और जन्नत के
عَرْضُهَا
चौड़ाई है जिसकी
ٱلسَّمَٰوَٰتُ
आसमान
وَٱلْأَرْضُ
और ज़मीन
أُعِدَّتْ
वो तैयार की गई है
لِلْمُتَّقِينَ
मुत्तक़ी लोगों के लिए

Wasari'oo ila maghfiratin min rabbikum wajannatin 'arduha alssamawatu waalardu o'iddat lilmuttaqeena

और अपने रब की क्षमा और उस जन्नत की ओर बढ़ो, जिसका विस्तार आकाशों और धरती जैसा है। वह उन लोगों के लिए तैयार है जो डर रखते है

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
يُنفِقُونَ
ख़र्च करते हैं
فِى
ख़ुशी में
ٱلسَّرَّآءِ
ख़ुशी में
وَٱلضَّرَّآءِ
और तकलीफ़ में
وَٱلْكَٰظِمِينَ
और ज़ब्त करने वाले हैं
ٱلْغَيْظَ
सख़्त ग़ुस्से को
وَٱلْعَافِينَ
और दरगुज़र करने वाले हैं
عَنِ
लोगों से
ٱلنَّاسِۗ
लोगों से
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
يُحِبُّ
मोहब्बत रखता है
ٱلْمُحْسِنِينَ
एहसान करने वालों से

Allatheena yunfiqoona fee alssarrai waalddarrai waalkathimeena alghaytha waal'afeena 'ani alnnasi waAllahu yuhibbu almuhsineena

वे लोग जो ख़ुशहाली और तंगी की प्रत्येक अवस्था में ख़र्च करते रहते है और क्रोध को रोकते है और लोगों को क्षमा करते है - और अल्लाह को भी ऐसे लोग प्रिय है, जो अच्छे से अच्छा कर्म करते है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो लोग जो
إِذَا
जब
فَعَلُوا۟
करते हैं
فَٰحِشَةً
कोई बेहयाई
أَوْ
या
ظَلَمُوٓا۟
वो ज़ुल्म करते हैं
أَنفُسَهُمْ
अपने नफ़्सों पर
ذَكَرُوا۟
वो याद करते हैं
ٱللَّهَ
अल्लाह को
فَٱسْتَغْفَرُوا۟
पस माफ़ी माँगते हैं
لِذُنُوبِهِمْ
अपने गुनाहों के लिए
وَمَن
और कौन है जो
يَغْفِرُ
बख़्श दे
ٱلذُّنُوبَ
गुनाहों को
إِلَّا
सिवाय
ٱللَّهُ
अल्लाह के
وَلَمْ
और नहीं
يُصِرُّوا۟
वो इसरार करते
عَلَىٰ
ऊपर उसके
مَا
जो
فَعَلُوا۟
उन्होंने किया
وَهُمْ
जब कि वो
يَعْلَمُونَ
वो जानते हैं

Waallatheena itha fa'aloo fahishatan aw thalamoo anfusahum thakaroo Allaha faistaghfaroo lithunoobihim waman yaghfiru alththunooba illa Allahu walam yusirroo 'ala ma fa'aloo wahum ya'lamoona

और जिनका हाल यह है कि जब वे कोई खुला गुनाह कर बैठते है या अपने आप पर ज़ुल्म करते है तौ तत्काल अल्लाह उन्हें याद आ जाता है और वे अपने गुनाहों की क्षमा चाहने लगते हैं - और अल्लाह के अतिरिक्त कौन है, जो गुनाहों को क्षमा कर सके? और जानते-बूझते वे अपने किए पर अड़े नहीं रहते

Tafseer (तफ़सीर )

أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
جَزَآؤُهُم
बदला उनका
مَّغْفِرَةٌ
बख़्शिश है
مِّن
उनके रब की तरफ़ से
رَّبِّهِمْ
उनके रब की तरफ़ से
وَجَنَّٰتٌ
और बाग़ात हैं
تَجْرِى
बहती हैं
مِن
उनके नीचे से
تَحْتِهَا
उनके नीचे से
ٱلْأَنْهَٰرُ
नहरें
خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले हैं
فِيهَاۚ
उनमें
وَنِعْمَ
और कितना अच्छा है
أَجْرُ
अजर
ٱلْعَٰمِلِينَ
अमल करने वालों का

Olaika jazaohum maghfiratun min rabbihim wajannatun tajree min tahtiha alanharu khalideena feeha wani'ma ajru al'amileena

उनका बदला उनके रब की ओर से क्षमादान है और ऐसे बाग़ है जिनके नीचे नहरें बहती होंगी। उनमें वे सदैव रहेंगे। और क्या ही अच्छा बदला है अच्छे कर्म करनेवालों का

Tafseer (तफ़सीर )

قَدْ
तहक़ीक़
خَلَتْ
गुज़र चुके
مِن
तुम से पहले
قَبْلِكُمْ
तुम से पहले
سُنَنٌ
कई तरीक़े
فَسِيرُوا۟
तो चलो फिरो
فِى
ज़मीन में
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
فَٱنظُرُوا۟
फिर देखो
كَيْفَ
किस तरह
كَانَ
हुआ
عَٰقِبَةُ
अन्जाम
ٱلْمُكَذِّبِينَ
झुठलाने वालों का

Qad khalat min qablikum sunanun faseeroo fee alardi faonthuroo kayfa kana 'aqibatu almukaththibeena

तुमसे पहले (धर्मविरोधियों के साथ अल्लाह की) रीति के कितने ही नमूने गुज़र चुके है, तो तुम धरती में चल-फिरकर देखो कि झुठलानेवालों का परिणाम हुआ है

Tafseer (तफ़सीर )

هَٰذَا
ये
بَيَانٌ
एक बयान है
لِّلنَّاسِ
लोगों के लिए
وَهُدًى
और हिदायत
وَمَوْعِظَةٌ
और नसीहत है
لِّلْمُتَّقِينَ
मुत्तक़ी लोगों के लिए

Hatha bayanun lilnnasi wahudan wamaw'ithatun lilmuttaqeena

यह लोगों के लिए स्पष्ट बयान और डर रखनेवालों के लिए मार्गदर्शन और उपदेश है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
تَهِنُوا۟
तुम कमज़ोर पड़ो
وَلَا
और ना
تَحْزَنُوا۟
तुम ग़म करो
وَأَنتُمُ
और तुम ही
ٱلْأَعْلَوْنَ
बुलन्द हो
إِن
अगर
كُنتُم
हो तुम
مُّؤْمِنِينَ
मोमिन

Wala tahinoo wala tahzanoo waantumu ala'lawna in kuntum mumineena

हताश न हो और दुखी न हो, यदि तुम ईमानवाले हो, तो तुम्हीं प्रभावी रहोगे

Tafseer (तफ़सीर )

إِن
अगर
يَمْسَسْكُمْ
पहुँचा तुम्हें
قَرْحٌ
कोई ज़ख़्म
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
مَسَّ
पहुँच चुका है
ٱلْقَوْمَ
उस क़ौम को
قَرْحٌ
ज़ख़्म
مِّثْلُهُۥۚ
मानिन्द उसी के
وَتِلْكَ
और ये
ٱلْأَيَّامُ
दिन
نُدَاوِلُهَا
हम फेरते रहते हैं उन्हें
بَيْنَ
दर्मियान
ٱلنَّاسِ
लोगों के
وَلِيَعْلَمَ
और ताकि जान ले
ٱللَّهُ
अल्लाह
ٱلَّذِينَ
उनको जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
وَيَتَّخِذَ
और वो बना ले
مِنكُمْ
तुम में से
شُهَدَآءَۗ
गवाह/शहीद
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
لَا
नहीं वो मोहब्बत रखता
يُحِبُّ
नहीं वो मोहब्बत रखता
ٱلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों से

In yamsaskum qarhun faqad massa alqawma qarhun mithluhu watilka alayyamu nudawiluha bayna alnnasi waliya'lama Allahu allatheena amanoo wayattakhitha minkum shuhadaa waAllahu la yuhibbu alththalimeena

यदि तुम्हें आघात पहुँचे तो उन लोगों को भी ऐसा ही आघात पहुँच चुका है। ये युद्ध के दिन हैं, जिन्हें हम लोगों के बीच डालते ही रहते है और ऐसा इसलिए हुआ कि अल्लाह ईमानवालों को जान ले और तुममें से कुछ लोगों को गवाह बनाए - और अत्याचारी अल्लाह को प्रिय नहीं है

Tafseer (तफ़सीर )