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وَلَمَّا جَاۤءَتْ رُسُلُنَآ اِبْرٰهِيْمَ بِالْبُشْرٰىۙ قَالُوْٓا اِنَّا مُهْلِكُوْٓا اَهْلِ هٰذِهِ الْقَرْيَةِ ۚاِنَّ اَهْلَهَا كَانُوْا ظٰلِمِيْنَ ۚ  ( العنكبوت: ٣١ )

And when
وَلَمَّا
और जब
came
جَآءَتْ
आए
Our messengers
رُسُلُنَآ
भेजे हुए(फ़रिश्ते)हमारे
(to) Ibrahim
إِبْرَٰهِيمَ
इब्राहीम के पास
with the glad tidings
بِٱلْبُشْرَىٰ
ख़ुशख़बरी लेकर
they said
قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
"Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
(are) going to destroy
مُهْلِكُوٓا۟
हलाक करने वाले हैं
(the) people
أَهْلِ
रहने वालों को
(of) this
هَٰذِهِ
इस
town
ٱلْقَرْيَةِۖ
बस्ती के
Indeed
إِنَّ
बेशक
its people
أَهْلَهَا
इसके रहने वाले
are
كَانُوا۟
हैं वो
wrongdoers"
ظَٰلِمِينَ
ज़ालिम

Walamma jaat rusuluna ibraheema bialbushra qaloo inna muhlikoo ahli hathihi alqaryati inna ahlaha kanoo thalimeena (al-ʿAnkabūt 29:31)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमारे भेजे हुए जब इबराहीम के पास शुभ सूचना लेकर आए तो उन्होंने कहा, 'हम इस बस्ती के लोगों को विनष्ट करनेवाले है। निस्संदेह इस बस्ती के लोग ज़ालिम है।'

English Sahih:

And when Our messengers [i.e., angels] came to Abraham with the good tidings, they said, "Indeed, we will destroy the people of that [i.e., Lot's] city. Indeed, its people have been wrongdoers." ([29] Al-'Ankabut : 31)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(उस वक्त अज़ाब की तैयारी हुई) और जब हमारे भेजे हुए फ़रिश्ते इबराहीम के पास (बुढ़ापे में बेटे की) खुशखबरी लेकर आए तो (इबराहीम से) बोले हम लोग अनक़रीब इस गाँव के रहने वालों को हलाक करने वाले हैं (क्योंकि) इस बस्ती के रहने वाले यक़ीनी (बड़े) सरकश है