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قُلْ اَرَءَيْتُمْ اِنْ جَعَلَ اللّٰهُ عَلَيْكُمُ النَّهَارَ سَرْمَدًا اِلٰى يَوْمِ الْقِيٰمَةِ مَنْ اِلٰهٌ غَيْرُ اللّٰهِ يَأْتِيْكُمْ بِلَيْلٍ تَسْكُنُوْنَ فِيْهِ ۗ اَفَلَا تُبْصِرُوْنَ   ( القصص: ٧٢ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Have you seen
أَرَءَيْتُمْ
क्या ग़ौर किया तुमने
if
إِن
अगर
Allah made
جَعَلَ
कर दे
Allah made
ٱللَّهُ
अल्लाह
for you
عَلَيْكُمُ
तुम पर
the day
ٱلنَّهَارَ
दिन को
continuous
سَرْمَدًا
हमेशा/दाइमी
till
إِلَىٰ
दिन तक
(the) Day
يَوْمِ
दिन तक
(of) the Resurrection
ٱلْقِيَٰمَةِ
क़यामत के
who
مَنْ
कौन
(is the) god
إِلَٰهٌ
इलाह है
besides
غَيْرُ
सिवाए
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
who could bring you
يَأْتِيكُم
जो लाएगा तुम्हारे पास
night
بِلَيْلٍ
रात को
(for) you (to) rest
تَسْكُنُونَ
तुम सुकून पा सको
in it?
فِيهِۖ
उसमें
Then will not
أَفَلَا
क्या फिर नहीं
you see?"
تُبْصِرُونَ
तुम देखते

Qul araaytum in ja'ala Allahu 'alaykumu alnnahara sarmadan ila yawmi alqiyamati man ilahun ghayru Allahi yateekum bilaylin taskunoona feehi afala tubsiroona (al-Q̈aṣaṣ 28:72)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कहो, 'क्या तुमने विचार किया? यदि अल्लाह क़ियामत के दिन तक सदैव के लिए तुमपर दिन कर दे तो अल्लाह के सिवा दूसरा कौन इष्ट-पूज्य है जो तुम्हारे लिए रात लाए जिसमें तुम आराम पाते हो? तो क्या तुम देखते नहीं?

English Sahih:

Say, "Have you considered: if Allah should make for you the day continuous until the Day of Resurrection, what deity other than Allah could bring you a night in which you may rest? Then will you not see?" ([28] Al-Qasas : 72)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल उन से) कह दो कि भला तुमने देखा कि अगर ख़ुदा क़यामत तक बराबर तुम्हारे सरों पर दिन किए रहता तो अल्लाह के सिवा कौन ख़ुदा है जो तुम्हारे लिए रात को ले आता कि तुम लोग इसमें रात को आराम करो तो क्या तुम लोग (इतना भी) नहीं देखते