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وَرَبُّكَ يَخْلُقُ مَا يَشَاۤءُ وَيَخْتَارُ ۗمَا كَانَ لَهُمُ الْخِيَرَةُ ۗسُبْحٰنَ اللّٰهِ وَتَعٰلٰى عَمَّا يُشْرِكُوْنَ   ( القصص: ٦٨ )

And your Lord
وَرَبُّكَ
और रब आपका
creates
يَخْلُقُ
पैदा करता है
what
مَا
जो
He wills
يَشَآءُ
वो चाहता है
and chooses
وَيَخْتَارُۗ
और वो मुन्तख़िब कर लेता है
Not
مَا
नहीं
they have
كَانَ
है
for them
لَهُمُ
उनके लिए
the choice
ٱلْخِيَرَةُۚ
इख़्तियार
Glory be
سُبْحَٰنَ
पाक है
(to) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह
and High is He
وَتَعَٰلَىٰ
और वो बुलन्दतर है
above what
عَمَّا
उससे जो
they associate (with Him)
يُشْرِكُونَ
वो शरीक ठहराते हैं

Warabbuka yakhluqu ma yashao wayakhtaru ma kana lahumu alkhiyaratu subhana Allahi wata'ala 'amma yushrikoona (al-Q̈aṣaṣ 28:68)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तेरा रब पैदा करता है जो कुछ चाहता है और ग्रहण करता है जो चाहता है। उन्हें कोई अधिकार प्राप्त नहीं। अल्लाह महान और उच्च है उस शिर्क से, जो वे करते है

English Sahih:

And your Lord creates what He wills and chooses; not for them was the choice. Exalted is Allah and high above what they associate with Him. ([28] Al-Qasas : 68)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम्हारा परवरदिगार जो चाहता है पैदा करता है और (जिसे चाहता है) मुन्तख़िब करता है और ये इन्तिख़ाब लोगों के एख्तियार में नहीं है और जिस चीज़ को ये लोग ख़ुदा का शरीक बनाते हैं उससे ख़ुदा पाक और (कहीं) बरतर है