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فَاَمَّا مَنْ تَابَ وَاٰمَنَ وَعَمِلَ صَالِحًا فَعَسٰٓى اَنْ يَّكُوْنَ مِنَ الْمُفْلِحِيْنَ   ( القصص: ٦٧ )

But as for
فَأَمَّا
तो रहा
(him) who
مَن
वो जिसने
repented
تَابَ
तौबा कि
and believed
وَءَامَنَ
और ईमान लाया
and did
وَعَمِلَ
और उसने अमल किए
righteousness
صَٰلِحًا
नेक
then perhaps
فَعَسَىٰٓ
तो उम्मीद है
[that]
أَن
कि
he will be
يَكُونَ
होगा वो
of
مِنَ
फ़लाह पाने वालों में से
the successful ones
ٱلْمُفْلِحِينَ
फ़लाह पाने वालों में से

Faamma man taba waamana wa'amila salihan fa'asa an yakoona mina almufliheena (al-Q̈aṣaṣ 28:67)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अलबत्ता जिस किसी ने तौबा कर ली और वह ईमान ले आया और अच्छा कर्म किया, तो आशा है वह सफल होनेवालों में से होगा

English Sahih:

But as for one who had repented, believed, and done righteousness, it is expected [i.e., promised by Allah] that he will be among the successful. ([28] Al-Qasas : 67)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मगर हाँ जिस शख्स ने तौबा कर ली और ईमान लाया और अच्छे अच्छे काम किए तो क़रीब है कि ये लोग अपनी मुरादें पाने वालों से होंगे