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وَمَا كَانَ رَبُّكَ مُهْلِكَ الْقُرٰى حَتّٰى يَبْعَثَ فِيْٓ اُمِّهَا رَسُوْلًا يَّتْلُوْا عَلَيْهِمْ اٰيٰتِنَاۚ وَمَا كُنَّا مُهْلِكِى الْقُرٰىٓ اِلَّا وَاَهْلُهَا ظٰلِمُوْنَ   ( القصص: ٥٩ )

And not
وَمَا
और नहीं
was
كَانَ
है
your Lord
رَبُّكَ
रब आपका
(the) one to destroy
مُهْلِكَ
हलाक करने वाला
the towns
ٱلْقُرَىٰ
बस्तियों को
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
He (had) sent
يَبْعَثَ
वो भेज दे
in
فِىٓ
उनके मरकज़ में
their mother (town)
أُمِّهَا
उनके मरकज़ में
a Messenger
رَسُولًا
कोई रसूल
reciting
يَتْلُوا۟
जो पढ़ता हो
to them
عَلَيْهِمْ
उन पर
Our Verses
ءَايَٰتِنَاۚ
आयात हमारी
And not
وَمَا
और नहीं
We would be
كُنَّا
हैं हम
(the) one to destroy
مُهْلِكِى
हलाक करने वाले
the towns
ٱلْقُرَىٰٓ
बस्तियों को
except
إِلَّا
मगर
while their people
وَأَهْلُهَا
इस हाल में कि रहने वाले उसके
(were) wrongdoers
ظَٰلِمُونَ
ज़ालिम हों

Wama kana rabbuka muhlika alqura hatta yab'atha fee ommiha rasoolan yatloo 'alayhim ayatina wama kunna muhlikee alqura illa waahluha thalimoona (al-Q̈aṣaṣ 28:59)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तेरा रब तो बस्तियों को विनष्ट करनेवाला नहीं जब तक कि उनकी केन्द्रीय बस्ती में कोई रसूल न भेज दे, जो हमारी आयतें सुनाए। और हम बस्तियों को विनष्ट करनेवाले नहीं सिवाय इस स्थिति के कि वहाँ के रहनेवाले ज़ालिम हों

English Sahih:

And never would your Lord have destroyed the cities until He had sent to their mother [i.e., principal city] a messenger reciting to them Our verses. And We would not destroy the cities except while their people were wrongdoers. ([28] Al-Qasas : 59)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम्हारा परवरदिगार जब तक उन गाँव के सदर मक़ाम पर अपना पैग़म्बर न भेज ले और वह उनके सामने हमारी आयतें न पढ़ दे (उस वक्त तक) बस्तियों को बरबाद नहीं कर दिया करता-और हम तो बस्तियों को बरबाद करते ही नहीं जब तक वहाँ के लोग ज़ालिम न हों