Skip to main content

قُلْ فَأْتُوْا بِكِتٰبٍ مِّنْ عِنْدِ اللّٰهِ هُوَ اَهْدٰى مِنْهُمَآ اَتَّبِعْهُ اِنْ كُنْتُمْ صٰدِقِيْنَ   ( القصص: ٤٩ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Then bring
فَأْتُوا۟
पस ले आओ
a Book
بِكِتَٰبٍ
कोई किताब
from Allah
مِّنْ
पास से
from Allah
عِندِ
पास से
from Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
which
هُوَ
वो
(is) a better guide
أَهْدَىٰ
ज़्यादा हिदायत वाली हो
than both of them
مِنْهُمَآ
इन दोनों से
that I may follow it
أَتَّبِعْهُ
मैं पैरवी कर लूँगा उसकी
if
إِن
अगर
you are
كُنتُمْ
हो तुम
truthful"
صَٰدِقِينَ
सच्चे

Qul fatoo bikitabin min 'indi Allahi huwa ahda minhuma attabi'hu in kuntum sadiqeena (al-Q̈aṣaṣ 28:49)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कहो, 'अच्छा तो लाओ अल्लाह के यहाँ से कोई ऐसी किताब, जो इन दोनों से बढ़कर मार्गदर्शन करनेवाली हो कि मैं उसका अनुसरण करूँ, यदि तुम सच्चे हो?'

English Sahih:

Say, "Then bring a scripture from Allah which is more guiding than either of them that I may follow it, if you should be truthful." ([28] Al-Qasas : 49)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये भी कह चुके कि हम एब के मुन्किर हैं (ऐ रसूल) तुम (इन लोगों से) कह दो कि अगर सच्चे हो तो ख़ुदा की तरफ से एक ऐसी किताब जो इन दोनों से हिदायत में बेहतर हो ले आओ