Skip to main content

وَمَا كُنْتَ بِجَانِبِ الْغَرْبِيِّ اِذْ قَضَيْنَآ اِلٰى مُوْسَى الْاَمْرَ وَمَا كُنْتَ مِنَ الشّٰهِدِيْنَ ۙ  ( القصص: ٤٤ )

And not
وَمَا
और ना
you were
كُنتَ
थे आप
on (the) side
بِجَانِبِ
मग़रिबी जानिब(तूर की)
western
ٱلْغَرْبِىِّ
मग़रिबी जानिब(तूर की)
when
إِذْ
जब
We decreed
قَضَيْنَآ
वही की हमने
to
إِلَىٰ
तरफ़ मूसा के
Musa
مُوسَى
तरफ़ मूसा के
the Commandment
ٱلْأَمْرَ
हुक्म की
and not
وَمَا
और ना
you were
كُنتَ
थे आप
among
مِنَ
हाज़िर होने वालों में से
the witnesses
ٱلشَّٰهِدِينَ
हाज़िर होने वालों में से

Wama kunta bijanibi algharbiyyi ith qadayna ila moosa alamra wama kunta mina alshshahideena (al-Q̈aṣaṣ 28:44)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तुम तो (नगर के) पश्चिमी किनारे पर नहीं थे, जब हमने मूसा को बात की निर्णित सूचना दी थी, और न तुम गवाहों में से थे

English Sahih:

And you, [O Muhammad], were not on the western side [of the mount] when We revealed to Moses the command, and you were not among the witnesses [to that]. ([28] Al-Qasas : 44)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल) जिस वक्त हमने मूसा के पास अपना हुक्म भेजा था तो तुम (तूर के) मग़रिबी जानिब मौजूद न थे और न तुम उन वाक्यात को चश्मदीद देखने वालों में से थे