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وَاَتْبَعْنٰهُمْ فِيْ هٰذِهِ الدُّنْيَا لَعْنَةً ۚوَيَوْمَ الْقِيٰمَةِ هُمْ مِّنَ الْمَقْبُوْحِيْنَ ࣖ  ( القصص: ٤٢ )

And We caused to follow them
وَأَتْبَعْنَٰهُمْ
और पीछे लगा दी हमने उनके
in
فِى
इस दुनिया में
this
هَٰذِهِ
इस दुनिया में
world
ٱلدُّنْيَا
इस दुनिया में
a curse
لَعْنَةًۖ
लानत
and (on the) Day
وَيَوْمَ
और दिन
(of) the Resurrection
ٱلْقِيَٰمَةِ
क़यामत के
they
هُم
वो
(will be) of
مِّنَ
बदहाल लोगों में से होंगे
the despised
ٱلْمَقْبُوحِينَ
बदहाल लोगों में से होंगे

Waatba'nahum fee hathihi alddunya la'natan wayawma alqiyamati hum mina almaqbooheena (al-Q̈aṣaṣ 28:42)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और हमने इस दुनिया में उनके पीछे लानत लगा दी और क़ियामत दिन वही बदहाल होंगे

English Sahih:

And We caused to overtake them in this world a curse, and on the Day of Resurrection they will be of the despised. ([28] Al-Qasas : 42)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हमने दुनिया में भी तो लानत उन के पीछे लगा दी है और क़यामत के दिन उनके चेहरे बिगाड़ दिए जायेंगे