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وَلَمَّا وَرَدَ مَاۤءَ مَدْيَنَ وَجَدَ عَلَيْهِ اُمَّةً مِّنَ النَّاسِ يَسْقُوْنَ ەۖ وَوَجَدَ مِنْ دُوْنِهِمُ امْرَاَتَيْنِ تَذُوْدٰنِۚ قَالَ مَا خَطْبُكُمَا ۗقَالَتَا لَا نَسْقِيْ حَتّٰى يُصْدِرَ الرِّعَاۤءُ وَاَبُوْنَا شَيْخٌ كَبِيْرٌ  ( القصص: ٢٣ )

And when
وَلَمَّا
और जब
he came
وَرَدَ
वो वारिद हुआ/ पहुँचा
(to the) water
مَآءَ
पानी पर
(of) Madyan
مَدْيَنَ
मदयन के
he found
وَجَدَ
उसने पाया
on it
عَلَيْهِ
उस पर
a group
أُمَّةً
एक गिरोह को
of
مِّنَ
लोगों में से
men
ٱلنَّاسِ
लोगों में से
watering
يَسْقُونَ
वो पानी पिला रहे थे
and he found
وَوَجَدَ
और उसने पाया
besides them
مِن
उनके अलावा
besides them
دُونِهِمُ
उनके अलावा
two women
ٱمْرَأَتَيْنِ
दो औरतों को
keeping back
تَذُودَانِۖ
वो दोनों हटाती थीं(मवेशी)
He said
قَالَ
कहा
"What
مَا
क्या
(is the) matter with both of you?"
خَطْبُكُمَاۖ
मामला है तुम दोनों का
They said
قَالَتَا
वो दोनों कहने लगीं
"We cannot water
لَا
नहीं हम पानी पिलातीं
"We cannot water
نَسْقِى
नहीं हम पानी पिलातीं
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
take away
يُصْدِرَ
वापस ले जाऐं
the shepherds
ٱلرِّعَآءُۖ
चरवाहे (अपने मवेशी)
and our father
وَأَبُونَا
और बाप हमारा
(is) a very old man"
شَيْخٌ
बूढ़ा
(is) a very old man"
كَبِيرٌ
बड़ी उम्र का है

Walamma warada maa madyana wajada 'alayhi ommatan mina alnnasi yasqoona wawajada min doonihimu imraatayni tathoodani qala ma khatbukuma qalata la nasqee hatta yusdira alrri'ao waaboona shaykhun kabeerun (al-Q̈aṣaṣ 28:23)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जब वह मदयन के पानी पर पहुँचा तो उसने उसपर पानी पिलाते लोगों को एक गिरोह पाया। और उनसे हटकर एक ओर दो स्त्रियों को पाया, जो अपन जानवरों को रोक रही थीं। उसने कहा, 'तुम्हारा क्या मामला है?' उन्होंने कहा, 'हम उस समय तक पानी नहीं पिला सकते, जब तक ये चरवाहे अपने जानवर निकाल न ले जाएँ, और हमारे बाप बहुत ही बूढ़े है।'

English Sahih:

And when he came to the water [i.e., well] of Madyan, he found there a crowd of people watering [their flocks], and he found aside from them two women holding back [their flocks]. He said, "What is your circumstance?" They said, "We do not water until the shepherds dispatch [their flocks]; and our father is an old man." ([28] Al-Qasas : 23)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (आठ दिन फाक़ा करते चले) जब शहर मदियन के कुओं पर (जो शहर के बाहर था) पहुँचें तो कुओं पर लोगों की भीड़ देखी कि वह (अपने जानवरों को) पानी पिला रहे हैं और उन सबके पीछे दो औरतो (हज़रत शुएब की बेटियों) को देखा कि वह (अपनी बकरियों को) रोके खड़ी है मूसा ने पूछा कि तुम्हारा क्या मतलब है वह बोली जब तक सब चरवाहे (अपने जानवरों को) ख़ूब छक के पानी पिला कर फिर न जाएँ हम नहीं पिला सकते और हमारे वालिद बहुत बूढे हैं