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فَلَمَّآ اَنْ اَرَادَ اَنْ يَّبْطِشَ بِالَّذِيْ هُوَ عَدُوٌّ لَّهُمَاۙ قَالَ يٰمُوْسٰٓى اَتُرِيْدُ اَنْ تَقْتُلَنِيْ كَمَا قَتَلْتَ نَفْسًاۢ بِالْاَمْسِۖ اِنْ تُرِيْدُ اِلَّآ اَنْ تَكُوْنَ جَبَّارًا فِى الْاَرْضِ وَمَا تُرِيْدُ اَنْ تَكُوْنَ مِنَ الْمُصْلِحِيْنَ   ( القصص: ١٩ )

Then when
فَلَمَّآ
तो जब
[that]
أَنْ
कि
he wanted
أَرَادَ
उसने इरादा किया
to
أَن
कि
strike
يَبْطِشَ
वो पकड़ ले
the one who
بِٱلَّذِى
उसे जो
[he] (was)
هُوَ
वो
an enemy
عَدُوٌّ
दुश्मन था
to both of them
لَّهُمَا
उन दोनों का
he said
قَالَ
उसने कहा
"O Musa!
يَٰمُوسَىٰٓ
ऐ मूसा
Do you intend
أَتُرِيدُ
क्या तू चाहता है
to
أَن
कि
kill me
تَقْتُلَنِى
तू क़त्ल कर दे मुझे
as
كَمَا
जैसा कि
you killed
قَتَلْتَ
क़त्ल किया तू ने
a person
نَفْسًۢا
एक नफ़्स को
yesterday?
بِٱلْأَمْسِۖ
कल
Not
إِن
नहीं
you want
تُرِيدُ
तू चाहता
but
إِلَّآ
मगर
that
أَن
कि
you become
تَكُونَ
तू हो
a tyrant
جَبَّارًا
ज़बरदस्ती करने वाला
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
and not
وَمَا
और नहीं
you want
تُرِيدُ
तू चाहता
that
أَن
कि
you be
تَكُونَ
तू हो
of
مِنَ
इस्लाह करने वालों में से
the reformers"
ٱلْمُصْلِحِينَ
इस्लाह करने वालों में से

Falamma an arada an yabtisha biallathee huwa 'aduwwun lahuma qala ya moosa atureedu an taqtulanee kama qatalta nafsan bialamsi in tureedu illa an takoona jabbaran fee alardi wama tureedu an takoona mina almusliheena (al-Q̈aṣaṣ 28:19)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर जब उसने वादा किया कि उस व्यक्ति को पकड़े, जो उन लोगों का शत्रु था, तो वह बोल उठा, 'ऐ मूसा, क्या तू चाहता है कि मुझे मार डाले, जिस प्रकार तूने कल एक व्यक्ति को मार डाला? धरती में बस तू निर्दय अत्याचारी बनकर रहना चाहता है और यह नहीं चाहता कि सुधार करनेवाला हो।'

English Sahih:

And when he wanted to strike the one who was an enemy to both of them, he said, "O Moses, do you intend to kill me as you killed someone yesterday? You only want to be a tyrant in the land and do not want to be of the amenders." ([28] Al-Qasas : 19)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ग़रज़ जब मूसा ने चाहा कि उस शख्स पर जो दोनों का दुश्मन था (छुड़ाने के लिए) हाथ बढ़ाएँ तो क़िब्ती कहने लगा कि ऐ मूसा जिस तरह तुमने कल एक आदमी को मार डाला (उसी तरह) मुझे भी मार डालना चाहते हो तो तुम बस ये चाहते हो कि रुए ज़मीन में सरकश बन कर रहो और मसलह (क़ौम) बनकर रहना नहीं चाहते