Skip to main content

وَقُلِ الْحَمْدُ لِلّٰهِ سَيُرِيْكُمْ اٰيٰتِهٖ فَتَعْرِفُوْنَهَاۗ وَمَا رَبُّكَ بِغَافِلٍ عَمَّا تَعْمَلُوْنَ ࣖ  ( النمل: ٩٣ )

And say
وَقُلِ
और कह दीजिए
"All praise (be)
ٱلْحَمْدُ
सब तारीफ़
to Allah
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए है
He will show you
سَيُرِيكُمْ
अनक़रीब वो दिखाएगा तुम्हें
His Signs
ءَايَٰتِهِۦ
अपनी निशानियाँ
and you will recognize them
فَتَعْرِفُونَهَاۚ
तो तुम पहचान लोगे उन्हें
And your Lord is not
وَمَا
और नहीं
And your Lord is not
رَبُّكَ
रब आपका
unaware
بِغَٰفِلٍ
ग़ाफ़िल
of what
عَمَّا
उससे जो
you do"
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो

Waquli alhamdu lillahi sayureekum ayatihi fata'rifoonaha wama rabbuka bighafilin 'amma ta'maloona (an-Naml 27:93)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और कहो, 'सारी प्रशंसा अल्लाह के लिए है। जल्द ही वह तुम्हें अपनी निशानियाँ दिखा देगा और तुम उन्हें पहचान लोगे। और तेरा रब उससे बेख़बर नहीं है, जो कुछ तुम सब कर रहे हो।'

English Sahih:

And say, "[All] praise is [due] to Allah. He will show you His signs, and you will recognize them. And your Lord is not unaware of what you do." ([27] An-Naml : 93)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुम कह दो कि अल्हमदोलिल्लाह वह अनक़रीब तुम्हें (अपनी क़ुदरत की) निशानियाँ दिखा देगा तो तुम उन्हें पहचान लोगे और जो कुछ तुम करते हो तुम्हारा परवरदिगार उससे ग़ाफिल नहीं है