اِرْجِعْ اِلَيْهِمْ فَلَنَأْتِيَنَّهُمْ بِجُنُوْدٍ لَّا قِبَلَ لَهُمْ بِهَا وَلَنُخْرِجَنَّهُمْ مِّنْهَآ اَذِلَّةً وَّهُمْ صَاغِرُوْنَ ( النمل: ٣٧ )
Return
ٱرْجِعْ
लौट जाओ
to them
إِلَيْهِمْ
उनकी तरफ़
surely we will come to them
فَلَنَأْتِيَنَّهُم
पस अलबत्ता हम ज़रूर लाऐंगे उनके पास
with hosts
بِجُنُودٍ
ऐसे लश्करों को
not
لَّا
नहीं कोई मुक़ाबला
(is) resistance
قِبَلَ
नहीं कोई मुक़ाबला
for them
لَهُم
उनके लिए
of it
بِهَا
उनका
and surely we will drive them out
وَلَنُخْرِجَنَّهُم
और अलबत्ता हम ज़रूर निकाल देंगे उन्हें
from there
مِّنْهَآ
उससे
(in) humiliation
أَذِلَّةً
ज़लील करके
and they
وَهُمْ
इस हाल में कि वो
(will be) abased"
صَٰغِرُونَ
ख़्वार होंगे
Irji' ilayhim falanatiyannahum bijunoodin la qibala lahum biha walanukhrijannahum minha athillatan wahum saghiroona (an-Naml 27:37)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उनके पास वापस जाओ। हम उनपर ऐसी सेनाएँ लेकर आएँगे, जिनका मुक़ाबला वे न कर सकेंगे और हम उन्हें अपमानित करके वहाँ से निकाल देंगे कि वे पस्त होकर रहेंगे।'
English Sahih:
Return to them, for we will surely come to them with soldiers that they will be powerless to encounter, and we will surely expel them therefrom in humiliation, and they will be debased." ([27] An-Naml : 37)