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اَلَّا تَعْلُوْا عَلَيَّ وَأْتُوْنِيْ مُسْلِمِيْنَ ࣖ   ( النمل: ٣١ )

That not
أَلَّا
कि ना
exalt yourselves
تَعْلُوا۟
तुम सरकशी करो
against me
عَلَىَّ
मुझ पर
but come to me
وَأْتُونِى
और आ जाओ मेरे पास
(in) submission'"
مُسْلِمِينَ
फ़रमाबरदार बन कर

Alla ta'loo 'alayya watoonee muslimeena (an-Naml 27:31)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह कि मेरे मुक़ाबले में सरकशी न करो और आज्ञाकारी बनकर मेरे पास आओ।'

English Sahih:

Be not haughty with me but come to me in submission [as Muslims].'" ([27] An-Naml : 31)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(और मज़मून) यह है कि मुझ से सरकशी न करो और मेरे सामने फरमाबरदार बन कर हाज़िर हो