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فَاَلْقَوْا حِبَالَهُمْ وَعِصِيَّهُمْ وَقَالُوْا بِعِزَّةِ فِرْعَوْنَ اِنَّا لَنَحْنُ الْغٰلِبُوْنَ   ( الشعراء: ٤٤ )

So they threw
فَأَلْقَوْا۟
तो उन्होंने डालीं
their ropes
حِبَالَهُمْ
रस्सियाँ अपनी
and their staffs
وَعِصِيَّهُمْ
और लाठियाँ अपनी
and said
وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
"By the might
بِعِزَّةِ
क़सम है इज़्ज़ते
(of) Firaun
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन की
indeed we
إِنَّا
बेशक हम
surely we
لَنَحْنُ
अलबत्ता हम ही
(are) the victorious"
ٱلْغَٰلِبُونَ
ग़ालिब आने वाले हैं

Faalqaw hibalahum wa'isiyyahum waqaloo bi'izzati fir'awna inna lanahnu alghaliboona (aš-Šuʿarāʾ 26:44)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तब उन्होंने अपनी रस्सियाँ और लाठियाँ डाल दी और बोले, 'फ़िरऔन के प्रताप से हम ही विजयी रहेंगे।'

English Sahih:

So they threw their ropes and their staffs and said, "By the might of Pharaoh, indeed it is we who are predominant." ([26] Ash-Shu'ara : 44)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

इस पर जादूगरों ने अपनी रस्सियाँ और अपनी छड़ियाँ (मैदान में) डाल दी और कहने लगे फिरऔन के जलाल की क़सम हम ही ज़रुर ग़ालिब रहेंगे