Skip to main content

وَنَزَعَ يَدَهٗ فَاِذَا هِيَ بَيْضَاۤءُ لِلنّٰظِرِيْنَ ࣖ   ( الشعراء: ٣٣ )

And he drew out
وَنَزَعَ
और उसने खींच लिया
his hand
يَدَهُۥ
हाथ अपना
and behold!
فَإِذَا
तो अचानक
It
هِىَ
वो
(was) white
بَيْضَآءُ
सफ़ेद /चमकता हुआ था
for the observers
لِلنَّٰظِرِينَ
देखने वालों के लिए

Wanaza'a yadahu faitha hiya baydao lilnnathireena (aš-Šuʿarāʾ 26:33)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसने अपना हाथ बाहर खींचा तो फिर क्या देखते है कि वह देखनेवालों के सामने चमक रहा है

English Sahih:

And he drew out his hand; thereupon it was white for the observers. ([26] Ash-Shu'ara : 33)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (जेब से) अपना हाथ बाहर निकाला तो यकायक देखने वालों के वास्ते बहुत सफेद चमकदार था