يُّلْقُوْنَ السَّمْعَ وَاَكْثَرُهُمْ كٰذِبُوْنَ ۗ ( الشعراء: ٢٢٣ )
They pass on
يُلْقُونَ
वो डालते हैं
(what is) heard
ٱلسَّمْعَ
कानों में (सुनी सुनाई बात)
and most of them
وَأَكْثَرُهُمْ
और अक्सर उनके
(are) liars
كَٰذِبُونَ
झूठे हैं
Yulqoona alssam'a waaktharuhum kathiboona (aš-Šuʿarāʾ 26:223)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वे कान लगाते है और उनमें से अधिकतर झूठे होते है
English Sahih:
They pass on what is heard, and most of them are liars. ([26] Ash-Shu'ara : 223)