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وَاخْفِضْ جَنَاحَكَ لِمَنِ اتَّبَعَكَ مِنَ الْمُؤْمِنِيْنَ ۚ   ( الشعراء: ٢١٥ )

And lower
وَٱخْفِضْ
और झुका दीजिए
your wing
جَنَاحَكَ
अपना बाज़ू
to (those) who
لِمَنِ
वास्ते उसके जो
follow you
ٱتَّبَعَكَ
पैरवी करे आपकी
of
مِنَ
मोमिनों में से
the believers
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों में से

Waikhfid janahaka limani ittaba'aka mina almumineena (aš-Šuʿarāʾ 26:215)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और जो ईमानवाले तुम्हारे अनुयायी हो गए है, उनके लिए अपनी भुजाएँ बिछाए रखो

English Sahih:

And lower your wing [i.e., show kindness] to those who follow you of the believers. ([26] Ash-Shu'ara : 215)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जो मोमिनीन तुम्हारे पैरो हो गए हैं उनके सामने अपना बाजू झुकाओ