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فَيَقُوْلُوْا هَلْ نَحْنُ مُنْظَرُوْنَ ۗ   ( الشعراء: ٢٠٣ )

Then they will say
فَيَقُولُوا۟
फिर वो कहेंगे
"Are
هَلْ
क्या
we
نَحْنُ
हम
(to be) reprieved?"
مُنظَرُونَ
मोहलत दिए जाने वाले हैं

Fayaqooloo hal nahnu muntharoona (aš-Šuʿarāʾ 26:203)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तब वे कहेंगे, 'क्या हमें कुछ मुहलत मिल सकती है?'

English Sahih:

And they will say, "May we be reprieved?" ([26] Ash-Shu'ara : 203)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(मगर जब अज़ाब नाज़िल होगा) तो वह लोग कहेंगे कि क्या हमें (इस वक्त क़ुछ) मोहलत मिल सकती है