قَالَ كَلَّاۚ فَاذْهَبَا بِاٰيٰتِنَآ اِنَّا مَعَكُمْ مُّسْتَمِعُوْنَ ۙ ( الشعراء: ١٥ )
He said
قَالَ
फ़रमाया
"Nay
كَلَّاۖ
हरगिज़ नहीं
go both of you
فَٱذْهَبَا
पस तुम दोनों जाओ
with Our Signs
بِـَٔايَٰتِنَآۖ
साथ हमारी निशानियों के
Indeed We
إِنَّا
बेशक हम
(are) with you
مَعَكُم
तुम्हारे साथ
listening
مُّسْتَمِعُونَ
ख़ूब सुनने वाले हैं
Qala kalla faithhaba biayatina inna ma'akum mustami'oona (aš-Šuʿarāʾ 26:15)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कहा, 'कदापि नहीं, तुम दोनों हमारी निशानियाँ लेकर जाओ। हम तुम्हारे साथ है, सुनने को मौजूद है
English Sahih:
[Allah] said, "No. Go both of you with Our signs; indeed, We are with you, listening. ([26] Ash-Shu'ara : 15)