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اُنْظُرْ كَيْفَ ضَرَبُوْا لَكَ الْاَمْثَالَ فَضَلُّوْا فَلَا يَسْتَطِيْعُوْنَ سَبِيْلًا ࣖ  ( الفرقان: ٩ )

See
ٱنظُرْ
देखो
how
كَيْفَ
किस तरह
they set forth
ضَرَبُوا۟
उन्होंने बयान कीं
for you
لَكَ
आपके लिए
the similitudes
ٱلْأَمْثَٰلَ
मिसालें
but they have gone astray
فَضَلُّوا۟
तो वो भटक गए
so not
فَلَا
पस नहीं
they are able (to find)
يَسْتَطِيعُونَ
वो इस्तिताअत रखते
a way
سَبِيلًا
रास्ते की

Onthur kayfa daraboo laka alamthala fadalloo fala yastatee'oona sabeelan (al-Furq̈ān 25:9)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

देखों, उन्होंने तुमपर कैसी-कैसी फब्तियाँ कसीं। तो वे बहक गए है। अब उनमें इसकी सामर्थ्य नहीं कि कोई मार्ग पा सकें!

English Sahih:

Look how they strike for you comparisons; but they have strayed, so they cannot [find] a way. ([25] Al-Furqan : 9)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) ज़रा देखो तो कि इन लोगों ने तुम्हारे वास्ते कैसी कैसी फबत्तियां गढ़ी हैं और गुमराह हो गए तो अब ये लोग किसी तरह राह पर आ ही नहीं सकते