وَمَنْ تَابَ وَعَمِلَ صَالِحًا فَاِنَّهٗ يَتُوْبُ اِلَى اللّٰهِ مَتَابًا ( الفرقان: ٧١ )
And whoever
وَمَن
और जो कोई
repents
تَابَ
तौबा करे
and does
وَعَمِلَ
और वो अमल करे
righteous (deeds)
صَٰلِحًا
नेक
then indeed he
فَإِنَّهُۥ
तो बेशक वो
turns
يَتُوبُ
वो पलट आता है
to
إِلَى
तरफ़ अल्लाह के
Allah
ٱللَّهِ
तरफ़ अल्लाह के
(with) repentance
مَتَابًا
पलटना
Waman taba wa'amila salihan fainnahu yatoobu ila Allahi mataban (al-Furq̈ān 25:71)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जिसने तौबा की और अच्छा कर्म किया, तो निश्चय ही वह अल्लाह की ओर पलटता है, जैसा कि पलटने का हक़ है
English Sahih:
And he who repents and does righteousness does indeed turn to Allah with [accepted] repentance. ([25] Al-Furqan : 71)