وَلَقَدْ صَرَّفْنٰهُ بَيْنَهُمْ لِيَذَّكَّرُوْاۖ فَاَبٰىٓ اَكْثَرُ النَّاسِ اِلَّا كُفُوْرًا ( الفرقان: ٥٠ )
And verily
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We have distributed it
صَرَّفْنَٰهُ
फेर-फेर कर लाए हैं हम उसे
among them
بَيْنَهُمْ
दर्मियान उनके
that they may remember
لِيَذَّكَّرُوا۟
ताकि वो नसीहत पकड़ें
but refuse
فَأَبَىٰٓ
तो इन्कार किया
most
أَكْثَرُ
अक्सर
(of) the people
ٱلنَّاسِ
लोगों ने
except
إِلَّا
सिवाए
disbelief
كُفُورًا
नाशुक्री करने के
Walaqad sarrafnahu baynahum liyaththakkaroo faaba aktharu alnnasi illa kufooran (al-Furq̈ān 25:50)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसे हमने उनके बीच विभिन्न ढ़ंग से पेश किया है, ताकि वे ध्यान दें। परन्तु अधिकतर लोगों ने इनकार और अकृतज्ञता के अतिरिक्त दूसरी नीति अपनाने से इनकार ही किया
English Sahih:
And We have certainly distributed it among them that they might be reminded, but most of the people refuse except disbelief. ([25] Al-Furqan : 50)