Skip to main content

اَصْحٰبُ الْجَنَّةِ يَوْمَىِٕذٍ خَيْرٌ مُّسْتَقَرًّا وَّاَحْسَنُ مَقِيْلًا   ( الفرقان: ٢٤ )

(The) companions
أَصْحَٰبُ
जन्नत वाले
(of) Paradise
ٱلْجَنَّةِ
जन्नत वाले
that Day
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
(will be in) a better
خَيْرٌ
बेहतर होंगे
abode
مُّسْتَقَرًّا
ठिकाने में
and a better
وَأَحْسَنُ
और ज़्यादा अच्छे
resting-place
مَقِيلًا
दोपहर गुज़ारने की जगह में

Ashabu aljannati yawmaithin khayrun mustaqarran waahsanu maqeelan (al-Furq̈ān 25:24)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उस दिन जन्नतवाले ठिकाने की दृष्टि से अच्छे होगे और आरामगाह की दृष्टि से भी अच्छे होंगे

English Sahih:

The companions of Paradise, that Day, are [in] a better settlement and better resting place. ([25] Al-Furqan : 24)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

उस दिन जन्नत वालों का ठिकाना भी बेहतर है बेहतर होगा और आरमगाह भी अच्छी से अच्छी