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قُلْ اَذٰلِكَ خَيْرٌ اَمْ جَنَّةُ الْخُلْدِ الَّتِيْ وُعِدَ الْمُتَّقُوْنَۗ كَانَتْ لَهُمْ جَزَاۤءً وَّمَصِيْرًا   ( الفرقان: ١٥ )

Say
قُلْ
कह दीजिए
"Is that
أَذَٰلِكَ
क्या ये
better
خَيْرٌ
बेहतर है
or
أَمْ
या
Garden
جَنَّةُ
जन्नत
(of) Eternity
ٱلْخُلْدِ
हमेशगी की
which
ٱلَّتِى
वो जो
is promised
وُعِدَ
वादा किए गए
(to) the righteous?
ٱلْمُتَّقُونَۚ
मुत्तक़ी लोग
It will be
كَانَتْ
है
for them
لَهُمْ
उनके लिए
a reward
جَزَآءً
बदला
and destination
وَمَصِيرًا
और लौटने की जगह

Qul athalika khayrun am jannatu alkhuldi allatee wu'ida almuttaqoona kanat lahum jazaan wamaseeran (al-Furq̈ān 25:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

कहो, 'यह अच्छा है या वह शाश्वत जन्नत, जिसका वादा डर रखनेवालों से किया गया है? यह उनका बदला और अन्तिम मंज़िल होगी।'

English Sahih:

Say, "Is that better or the Garden of Eternity which is promised to the righteous? It will be for them a reward and destination. ([25] Al-Furqan : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) तुम पूछो तो कि जहन्नुम बेहतर है या हमेशा रहने का बाग़ (बेहश्त) जिसका परहेज़गारों से वायदा किया गया है कि वह उन (के आमाल) का सिला होगा और आख़िरी ठिकाना