وَهُوَ الَّذِيْ يُحْيٖ وَيُمِيْتُ وَلَهُ اخْتِلَافُ الَّيْلِ وَالنَّهَارِۗ اَفَلَا تَعْقِلُوْنَ ( المؤمنون: ٨٠ )
And He
وَهُوَ
और वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِى
जो
gives life
يُحْىِۦ
ज़िन्दा करता है
and causes death
وَيُمِيتُ
और वो मौत देता है
and for Him
وَلَهُ
और उसी के लिए है
(is the) alternation
ٱخْتِلَٰفُ
आगे पीछे आना
(of) the night
ٱلَّيْلِ
रात
and the day
وَٱلنَّهَارِۚ
और दिन का
Then will not
أَفَلَا
क्या फिर नहीं
you reason?
تَعْقِلُونَ
तुम अक़्ल से काम लेते
Wahuwa allathee yuhyee wayumeetu walahu ikhtilafu allayli waalnnahari afala ta'qiloona (al-Muʾminūn 23:80)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और वही है जो जीवन प्रदान करता और मृत्यु देता है और रात और दिन का उलट-फेर उसी के अधिकार में है। फिर क्या तुम बुद्धि से काम नहीं लेते?
English Sahih:
And it is He who gives life and causes death, and His is the alternation of the night and the day. Then will you not reason? ([23] Al-Mu'minun : 80)