حَتّٰٓى اِذَا فَتَحْنَا عَلَيْهِمْ بَابًا ذَا عَذَابٍ شَدِيْدٍ اِذَا هُمْ فِيْهِ مُبْلِسُوْنَ ࣖ ( المؤمنون: ٧٧ )
Until
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
when
إِذَا
जब
We opened
فَتَحْنَا
खोल दिया हमने
for them
عَلَيْهِم
उन पर
a gate
بَابًا
दरवाज़ा
of a punishment
ذَا
सख़्त अज़ाब वाला
of a punishment
عَذَابٍ
सख़्त अज़ाब वाला
severe
شَدِيدٍ
सख़्त अज़ाब वाला
behold!
إِذَا
यकायक
They
هُمْ
वो
in it
فِيهِ
उसमें
(will be in) despair
مُبْلِسُونَ
मायूस होने वाले थे
Hatta itha fatahna 'alayhim baban tha 'athabin shadeedin itha hum feehi mublisoona (al-Muʾminūn 23:77)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यहाँ तक कि जब हम उनपर कठोर यातना का द्वार खोल दें तो क्या देखेंगे कि वे उसमें निराश होकर रह गए है
English Sahih:
Until when We have opened before them a door of severe punishment, immediately they will be therein in despair. ([23] Al-Mu'minun : 77)