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اَفَلَمْ يَدَّبَّرُوا الْقَوْلَ اَمْ جَاۤءَهُمْ مَّا لَمْ يَأْتِ اٰبَاۤءَهُمُ الْاَوَّلِيْنَ ۖ  ( المؤمنون: ٦٨ )

Then, do not
أَفَلَمْ
क्या भला नहीं
they ponder
يَدَّبَّرُوا۟
उन्होंने ग़ौरो फ़िक्र किया
the Word
ٱلْقَوْلَ
कलाम में
or
أَمْ
या
has come to them
جَآءَهُم
आया है उनके पास
what
مَّا
जो
not
لَمْ
नहीं
(had) come
يَأْتِ
आया
(to) their forefathers?
ءَابَآءَهُمُ
उनके आबा ओ अजदाद के पास
(to) their forefathers?
ٱلْأَوَّلِينَ
पहले

Afalam yaddabbaroo alqawla am jaahum ma lam yati abaahumu alawwaleena (al-Muʾminūn 23:68)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या उन्होंने इस वाणी पर विचार नहीं किया या उनके पास वह चीज़ आ गई जो उनके पहले बाप-दादा के पास न आई थी?

English Sahih:

Then have they not reflected over the word [i.e., the Quran], or has there come to them that which had not come to their forefathers? ([23] Al-Mu'minun : 68)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

उनके पास कोई ऐसी नयी चीज़ आयी जो उनके अगले बाप दादाओं के पास नहीं आयी थी