مَا تَسْبِقُ مِنْ اُمَّةٍ اَجَلَهَا وَمَا يَسْتَأْخِرُوْنَ ۗ ( المؤمنون: ٤٣ )
Not
مَا
ना
can precede
تَسْبِقُ
आगे बढ़ सकती है
any
مِنْ
कोई उम्मत
nation
أُمَّةٍ
कोई उम्मत
its term
أَجَلَهَا
अपने मुक़र्रर वक़्त से
and not
وَمَا
और ना
they (can) delay (it)
يَسْتَـْٔخِرُونَ
वो पीछे रह सकती
Ma tasbiqu min ommatin ajalaha wama yastakhiroona (al-Muʾminūn 23:43)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
कोई समुदाय न तो अपने निर्धारित समय से आगे बढ़ सकता है और न पीछे रह सकता है
English Sahih:
No nation will precede its time [of termination], nor will they remain [thereafter]. ([23] Al-Mu'minun : 43)