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اِنْ هُوَ اِلَّا رَجُلُ ِۨافْتَرٰى عَلَى اللّٰهِ كَذِبًا وَّمَا نَحْنُ لَهٗ بِمُؤْمِنِيْنَ  ( المؤمنون: ٣٨ )

Not
إِنْ
नहीं
(is) he
هُوَ
वो
but
إِلَّا
मगर
a man
رَجُلٌ
एक मर्द
who (has) invented
ٱفْتَرَىٰ
उसने गढ़ लिया
about
عَلَى
अल्लाह पर
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
a lie
كَذِبًا
झूठ
and not
وَمَا
और नहीं
we
نَحْنُ
हम
(in) him
لَهُۥ
उसे
(are) believers"
بِمُؤْمِنِينَ
मानने वाले

In huwa illa rajulun iftara 'ala Allahi kathiban wama nahnu lahu bimumineena (al-Muʾminūn 23:38)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह तो बस एक ऐसा व्यक्ति है जिसने अल्लाह पर झूठ घड़ा है। हम उसे कदापि माननेवाले नहीं।'

English Sahih:

He is not but a man who has invented a lie about Allah, and we will not believe him." ([23] Al-Mu'minun : 38)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हम तो कभी उस पर ईमान लाने वाले नहीं (ये हालत देखकर) सालेह ने दुआ की ऐ मेरे पालने वाले चूँकि इन लोगों ने मुझे झुठला दिया