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فَاتَّخَذْتُمُوْهُمْ سِخْرِيًّا حَتّٰٓى اَنْسَوْكُمْ ذِكْرِيْ وَكُنْتُمْ مِّنْهُمْ تَضْحَكُوْنَ  ( المؤمنون: ١١٠ )

But you took them
فَٱتَّخَذْتُمُوهُمْ
तो बना लिया तुमने उन्हें
(in) mockery
سِخْرِيًّا
मज़ाक़
until
حَتَّىٰٓ
यहाँ तक कि
they made you forget
أَنسَوْكُمْ
उन्होंने भुलवा दिया तुम्हें
My remembrance
ذِكْرِى
ज़िक्र मेरा
and you used (to)
وَكُنتُم
और थे तुम
at them
مِّنْهُمْ
उनसे
laugh
تَضْحَكُونَ
तुम हँसी किया करते

Faittakhathtumoohum sikhriyyan hatta ansawkum thikree wakuntum minhum tadhakoona (al-Muʾminūn 23:110)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो तुमने उनका उपहास किया, यहाँ तक कि उनके कारण तुम मेरी याद को भुला बैठे और तुम उनपर हँसते रहे

English Sahih:

But you took them in mockery to the point that they made you forget My remembrance, and you used to laugh at them. ([23] Al-Mu'minun : 110)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो तुम लोगों ने उन्हें मसखरा बना लिया-यहाँ तक कि (गोया) उन लोगों ने तुम से मेरी याद भुला दी और तुम उन पर (बराबर) हँसते रहे