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وَمَنْ خَفَّتْ مَوَازِيْنُهٗ فَاُولٰۤىِٕكَ الَّذِيْنَ خَسِرُوْٓا اَنْفُسَهُمْ فِيْ جَهَنَّمَ خٰلِدُوْنَ ۚ  ( المؤمنون: ١٠٣ )

But (the one) whose
وَمَنْ
और जो कोई कि
(are) light
خَفَّتْ
हल्के हुए
his scales
مَوَٰزِينُهُۥ
पलड़े उसके
then those
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही लोग हैं
they [who]
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
have lost
خَسِرُوٓا۟
ख़सारे में डाला
their souls
أَنفُسَهُمْ
अपने आप को
in
فِى
जहन्नम में
Hell
جَهَنَّمَ
जहन्नम में
they (will) abide forever
خَٰلِدُونَ
हमेशा रहने वाले हैं

Waman khaffat mawazeenuhu faolaika allatheena khasiroo anfusahum fee jahannama khalidoona (al-Muʾminūn 23:103)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

रहे वे लोग जिनके पलड़े हल्के हुए, तो वही है जिन्होंने अपने आपको घाटे में डाला। वे सदैव जहन्नम में रहेंगे

English Sahih:

But those whose scales are light – those are the ones who have lost their souls, [being] in Hell, abiding eternally. ([23] Al-Mu'minun : 103)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जिन (के नेकियों) के पल्लें हल्के होंगे तो यही लोग है जिन्होंने अपना नुक़सान किया कि हमेशा जहन्नुम में रहेंगे