لَعَلِّيْٓ اَعْمَلُ صَالِحًا فِيْمَا تَرَكْتُ كَلَّاۗ اِنَّهَا كَلِمَةٌ هُوَ قَاۤىِٕلُهَاۗ وَمِنْ وَّرَاۤىِٕهِمْ بَرْزَخٌ اِلٰى يَوْمِ يُبْعَثُوْنَ ( المؤمنون: ١٠٠ )
That I may
لَعَلِّىٓ
ताकि मैं
do
أَعْمَلُ
मैं अमल करूँ
righteous (deeds)
صَٰلِحًا
नेक
in what
فِيمَا
उसमें जो
I left behind"
تَرَكْتُۚ
छोड़ आया मैं
No!
كَلَّآۚ
हरगिज़ नहीं
Indeed, it
إِنَّهَا
बेशक वो
(is) a word
كَلِمَةٌ
एक बात है
he
هُوَ
वो
speaks it
قَآئِلُهَاۖ
कहने वाला है उसे
and before them
وَمِن
और आगे उनके
and before them
وَرَآئِهِم
और आगे उनके
(is) a barrier
بَرْزَخٌ
बरज़ख़ है
till
إِلَىٰ
उस दिन तक
(the) Day
يَوْمِ
उस दिन तक
they are resurrected
يُبْعَثُونَ
वो सब उठाए जाऐंगे
La'allee a'malu salihan feema taraktu kalla innaha kalimatun huwa qailuha wamin waraihim barzakhun ila yawmi yub'athoona (al-Muʾminūn 23:100)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसमें अच्छा कर्म करूँ।' कुछ नहीं, यह तो बस एक (व्यर्थ) बात है जो वह कहेगा और उनके पीछे से लेकर उस दिन तक एक रोक लगी हुई है, जब वे दोबारा उठाए जाएँगे
English Sahih:
That I might do righteousness in that which I left behind." No! It is only a word he is saying; and behind them is a barrier until the Day they are resurrected. ([23] Al-Mu'minun : 100)