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وَمِنَ النَّاسِ مَنْ يُّجَادِلُ فِى اللّٰهِ بِغَيْرِ عِلْمٍ وَّلَا هُدًى وَّلَا كِتٰبٍ مُّنِيْرٍ ۙ  ( الحج: ٨ )

And among
وَمِنَ
और लोगों में से कोई है
mankind
ٱلنَّاسِ
और लोगों में से कोई है
(is he) who
مَن
जो
disputes
يُجَٰدِلُ
झगड़ता है
concerning
فِى
अल्लाह के बारे में
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के बारे में
without
بِغَيْرِ
बग़ैर
any knowledge
عِلْمٍ
इल्म के
and not
وَلَا
और बग़ैर
any guidance
هُدًى
हिदायत के
and not
وَلَا
और बग़ैर
a Book
كِتَٰبٍ
किताबे
enlightening
مُّنِيرٍ
रौशन के

Wamina alnnasi man yujadilu fee Allahi bighayri 'ilmin wala hudan wala kitabin muneerin (al-Ḥajj 22:8)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और लोगों मे कोई ऐसा है जो किसी ज्ञान, मार्गदर्शन और प्रकाशमान किताब के बिना अल्लाह के विषय में (घमंड से) अपने पहलू मोड़ते हुए झगड़ता है,

English Sahih:

And of the people is he who disputes about Allah without knowledge or guidance or an enlightening book [from Him], ([22] Al-Hajj : 8)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और लोगों में से कुछ ऐसे भी है जो बेजाने बूझे बे हिदायत पाए बगैर रौशन किताब के (जो उसे राह बताए) खुदा की आयतों से मुँह मोडे