۞ ذٰلِكَ وَمَنْ عَاقَبَ بِمِثْلِ مَا عُوْقِبَ بِهٖ ثُمَّ بُغِيَ عَلَيْهِ لَيَنْصُرَنَّهُ اللّٰهُ ۗاِنَّ اللّٰهَ لَعَفُوٌّ غَفُوْرٌ ( الحج: ٦٠ )
That
ذَٰلِكَ
ये है
and whoever
وَمَنْ
और जो कोई
has retaliated
عَاقَبَ
बदला ले
with the like
بِمِثْلِ
मानिन्द उसके
(of) that
مَا
जो
he was made to suffer
عُوقِبَ
सताया गया
by it
بِهِۦ
उसे
then
ثُمَّ
फिर
he was oppressed
بُغِىَ
ज़्यादती की गई
[on him]
عَلَيْهِ
उस पर
Allah will surely help him
لَيَنصُرَنَّهُ
अलबत्ता ज़रूर मदद करेगा उसकी
Allah will surely help him
ٱللَّهُۗ
अल्लाह
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) surely Oft-Pardoning
لَعَفُوٌّ
अलबत्ता बहुत माफ़ करने वाला है
Oft-Forgiving
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
Thalika waman 'aqaba bimithli ma 'ooqiba bihi thumma bughiya 'alayhi layansurannahu Allahu inna Allaha la'afuwwun ghafoorun (al-Ḥajj 22:60)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यह बात तो सुन ली। और जो कोई बदला लें, वैसा ही जैसा उसके साथ किया गया और फिर उसपर ज़्यादती की गई, तो अल्लाह अवश्य उसकी सहायता करेगा। निश्चय ही अल्लाह दरगुज़र करनेवाला (छोड़ देनेवाला), बहुत क्षमाशील है
English Sahih:
That [is so]. And whoever responds [to injustice] with the equivalent of that with which he was harmed and then is tyrannized – Allah will surely aid him. Indeed, Allah is Pardoning and Forgiving. ([22] Al-Hajj : 60)